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The rights of persons with disabilities
Start Date: 26-03-2021
End Date: 15-06-2021
नि:शक्तजनों के प्रति सार्वजनिक जागरूकता हेतु सुझाव
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Dr Usha Shukla 4 years 5 months ago
बेचारगी की निगाहों से,
मत देखो हमें।
हम भी ईश्वर की बनाई
एक रचना हैं।
abhishek yadav 4 years 5 months ago
सरकार और सभी आम जनो को निःशक्तजनो की सेवा करनी होगी उनको इस बात का अहसान
Rajiv Bhargava 4 years 5 months ago
सर नमस्कार।निःशक्तजनोंके प्रति जागरूकता के लिए मध्यप्रदेश में आनंद विभाग के अंतर्गत कार्यरत आनंदम सहयोगी की सेवाएं लेनी चाहिए।साथ जो एक्टिव आनंदक हैं उनके माध्यम से भी यह कार्य संचालित कराया जा सकता है।
Arun 4 years 6 months ago
Niche PDF attached plz seen
jeevan singh rathore 4 years 6 months ago
एक csc सेंटर वाले जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करते है परंतु इन्हें अनदेखा कर कार्य करने की मंजूरी नही मिलती जिससे सेवा कार्य करने के इच्छुक घर बैठे है
jeevan singh rathore 4 years 6 months ago
सर नमस्कार मेरा एक सुझाव ये है कि कॉमन सर्विस सेंटर वालो को कार्य करने की इजाज़त मिलनी चाहिए हर गांव में एक csc सेंटर है हर शहर में कमसे कम 200 csc सेंटर है इनका कार्य निःशक्तजन को पेंशन वितरण कार्य AEPS से करते है और आयुष्मान कार्ड भी बनाते है और बीमा कार्य भी करते है इन्हें कार्य की इजाजत मिलती है तो बैको में भीड़ भी कम होगी आमजन को परेशानी भी कम होगी
Dr Usha Shukla 4 years 6 months ago
स्वयंसेवी संस्थाओं और मीडिया की कोशिश से जनसाधारण में एक सकारात्मक सोच विकसित करने पर विचार किया जाना चाहिए। क्योंकि कम पढ़े लिखे और ग्रामीण जन अभी भी दिव्यांग जनों को बोझ मात्र समझते हैं।
Jay darshan Rawat 4 years 6 months ago
हमें कार्टून या एनिमेशन के ज़रिये जागरुकता फैलाने का प्रयास करना चाहिए जिससे बच्चे भी समझे और दिव्यांग जन के प्रति, अपने मन में हीन भावना ना लाएं दिव्यांग जन के मन में इस तरह के मज़ाक का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। आज कल बच्चे दिव्यांग जन को देखते ही हँसी मज़ाक करने को तयार रहते हैं।
RAJKUMAR SAHU 4 years 6 months ago
दिव्यंको के लिये सुझाब प्रस्तुत है माननीय महोदय जी देखा जाय तो गाँव में जो विकलांग है ना ही उन्हें कोई योजना का लाभ मिल रहा है यहाँ तक की उनके पास आधार कार्ड और बैंक खाता तक नही है इस प्रकार के विकलांग समस्त समाजो में मिलेगे जो सीधे साधे और कम पढ़े लिखे होते है ये वोह गरीब परिवारों के विकलांग है जो कागजी कार्यवाही पूरी नही कर सकते है ये सरकारी कार्यालय में जाकर अपना काम नही करा सकते है इन्हे सरकारी कार्यालयों और सरकारी कर्मचारी से डरते है क्योकि सरकारी कर्मचारी सही तरीके से इनकी बात को सुनते समझत
SUDARSHAN SOLANKI 4 years 6 months ago
नि:शक्तजनों के प्रति सार्वजनिक जागरूकता हेतु सुझाव https://sudarshansarticles.blogspot.com/2020/11/blog-post_5.html