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मध्यप्रदेश शासन द्वारा कृषकों के लाभ के लिए प्रस्तावित "भावांतर भुगतान योजना" पर सुझावों का आमंत्रण

Start Date: 22-08-2017
End Date: 02-10-2017

प्रदेश के किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्रदान करने के लिये ...

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प्रदेश के किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्रदान करने के लिये राज्य शासन के द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं. इस दिशा में पायलट आधार पर भावांतर भुगतान योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है. इसके अंतर्गत खरीफ-2017 के समर्थन मूल्य तथा किसान के द्वारा कृषि उपज मंडी समिति के प्रांगण में उपज विक्रय किये जाने पर पाए जाने वाले घोषित मॉडल विक्रय दर के अंतर की राशि को इस योजना प्रतिपूर्ति के रूप में प्रदान किया जाएगा। खरीफ 2017 की पायलट योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा के बाद इस योजना को अगले फसल चक्र में क्रियान्वयन पर निर्णय लिया जायेगा. चूँकि यह एक पायलट योजना है अतः प्रदेश शासन इस योजना को कृषकों के लिए और अधिक लाभकारी, बनाने के लिए सभी नागरिकों और सहभागियों से उनके सुझाव आमंत्रित करती है|

इसके लिए कृषक कल्याण और कृषि विकास विभाग, मध्यप्रदेश द्वारा एक संकल्पना दस्तावेज तैयार किया गया है|

दस्तावेज़ पढ़ने के लये यहाँ क्लिक करें

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102 Record(s) Found
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Dharmendra kurmi 7 years 9 months ago

योजनाओ का लाभ किसानो तक पहुच ही नहीं पा रहा है किसानो को सरकारी योजनाओं के बारे में बिस्तृत जानकारी ही नहीं होती है क्योकि सरकारी कर्मचारी द्रावारा किसान को कोई जानकारी नही दी जाती है किसान जब राजस्व न्यालय जाता है तो उसे सही जानकारी नही दी जाती ओर वह यहा वहा भटकता रहता है जिसके कारण उसे अधिक पैसे लग जाते है

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Bharat 7 years 9 months ago

मध्यप्रदेष में वर्तमान में सोयाबिन मक्का का रकबा देखने को मिलेगा । उक्त फसलों में सोयाबिन का कम से कम मूल्य 4000 रू. प्रति 100 किलाग्राम के हिसाब से होना चाहिए । मक्का का कम से कम मूल्य 3000 रू. प्रति 100 किलाग्राम के हिसाब से होना चाहिए । क्यों कि छोटा किसान सोयाबिन कम एवं मक्का का उत्पादन ज्यादा करता है उसमें कम खर्च में अधिक पैदावार करता है।

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damodar_56 7 years 9 months ago

योजनाओ का लाभ किसानो तक पहुच ही नहीं पा रहा है क्यूंकि किसानो को सरकारी योजनाओं के बारे में बिस्तृत जानकारी ही नहीं होती है

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Bharat 7 years 9 months ago

सरकारी तंत्र में कर्मचारियों एवं अधिकारियों को काम नही करने का कोई ऐसा महोल नही है जिससे उनके मन में डर हो कि यदि काम नही किया तो नौकरी चली जायेगी बीबी बच्चों को पालने की फजिहत हो जायेगी । यहा जो काम कर रहा है वह ज्यादा दूखी भी और घीसा भी रहा है। उक्त संबंध में मेरा यह मत है कि सरकारी तंत्र में जो भी व्यक्ति काम नही कर रहा है उसे बाहर का रास्त दिखाया जाना उचित होगा एवं जो कि नौकरी दी जाये वह संविधा आधारित होना चाहिए । उसे 3 बार लाईफ लाईन दी जाये उसका वह दूरपयोग करता है तो उसे भी नौकरी से बाहर!

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Bharat 7 years 9 months ago

तो उस पर जुर्माने का प्रावधान रखा जाये क्यों कि वर्तमान में भी राजस्व विभाग में प्रकरण विगत 10 साल से लंबित है जिनका संबंधित किसानों द्वारा रिष्वत नही देने के कारण निराकरण एवं सुनवाई नही की जाती है।

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Bharat 7 years 9 months ago

मध्यप्रदेष में राजस्व से संबंधित प्रकरण जिनका निराकरण कलेक्टर/अपर कलेक्टर/ तहसीलदार के न्यायालयों में किया जाता है जिनका आॅनलाईन माड्यूल रेवेन्यू केस मेनेजमेंट सिस्टम भी सरकार द्वारा बनाया गया । राजस्व विभाग में 80 प्रतिषत प्रकरण किसानों के होते है। इस संबंध में मेरा यह मत है कि राजस्व न्यायालय में किसी भी प्रकार का प्रकरण रेवेन्यू केस मेनेजमेंट सिस्टम पर दर्ज करवाये जाये एवं उन समस्त प्रकरणों की समययीमा तय की जाये । यदि किसी भी प्रकरण में संबंधितों द्वारा समयसीमा में निराकरण नही किया जाता है

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माहेश्वर 7 years 9 months ago

सर्व प्रथम तहसील कार्यालय में व्‍यापत भ्रष्‍टाचार को खत्‍म करो तब किसानो के भले बात करे । किसानो 70 प्रतिशत कार्य इन्‍ही कार्यालयो से संबंधित होते है । बिना लेन देन के इन कार्यालयो मे कोइ कार्य नही होते ।

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Praveen Sharma 7 years 9 months ago

pahle govt k minister ko jagruk banaye fir related officers ko trained kre fir logo ko jagruk banaye. otherwise ye website se kuch nhi hoga. route lavel tak har suvidha pahuchegi to hi govt k lie trust banega. pls try to talk me at this topic

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Praveen Sharma 7 years 9 months ago

Govt should provide the facility to check the soil condition at the field. provide the information about the whole farming process. provide the easy loan for empowering the farmers through gram panchayat and bank collaboration. govt should try to contact the companies to sell the framing product directaly with proper rate that wiil also help to empower the farmer and avoid the problem of suicide. Govt should develop the proper cycle from soil checking to selling product in proper pricing.