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आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश निर्माण के लिए 'भौतिक अधोसंरचना' विकास पर नागरिकों के सुझाव आमंत्रित हैं

Start Date: 06-08-2020
End Date: 11-08-2020

COVID 19 और लॉकडाउन के चलते दुनिया ने अर्थव्यवस्था और जीवन में बहुत सारे ...

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COVID 19 और लॉकडाउन के चलते दुनिया ने अर्थव्यवस्था और जीवन में बहुत सारे बदलाव देखे हैं। इन परिवर्तनों ने मिलकर मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर होने के महत्व को नये सिरे से चिह्नित किया है। राज्य को विकसित और सशक्त बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के लिए रोड मैप विकसित करने हेतु निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री सभी नागरिकों से आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने के लिए राज्य के भौतिक अधोसंरचना के विकास हेतु निम्नलिखित विषयों पर अपने सुझाव साझा करने के लिए आमंत्रित करते हैं:

♦ सड़क
♦ ऊर्जा
♦ पानी
♦ शहरी आधारभूत संरचना
♦ यात्रा एवं पर्यटन
♦ परिवहन

❝मध्यप्रदेश में आधारभूत संरचना के विकास के लिए अपने बहुमूल्य, उपयोगी और व्यावहारिक सुझाव साझा करें। निश्चित ही आपके सुझावों से नीति आयोग के निर्देशन में प्रदेश के लिए एक मजबूत नीति विकसित करने में सहायता मिलेगी।❞

अपने सुझाव 11 अगस्त 2020 तक सुबह 10:00 बजे से पहले साझा करें।

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ishan89 4 years 10 months ago

#सडक
महोदय आपके दवारा चालू की गयी मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना विकास योजना पूर्ण रूप से सरकारी उपयंत्रियो और निकायों अध्यक्षों के भ्रष्टाचार की भेंट चड़ गयी है .कृपा कर इसका पुनरिस्क्ष्ण और नए नियम बनाये जाये .

मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना विकास योजना से निर्मित सीमेंट सडको में IRC (भारतीय सड़क कांग्रेस) के मनको और मप्र मुख्या अभियंता संचनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास मध्यपदेश भोपाल(“आदेश क्रमांक 2711/या.प्रा./ दिशा निर्देश/ 2017 भोपाल” दिनांक 2/11/2017) के बिलकुल विरुद्ध निर्माण हो रहा है.

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satyam_geete 4 years 10 months ago

मेरा सुझाव यह है कि जिस प्रकार मप्र में सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 है , एमपीईबी के लिए 1912 है उसी प्रकार जलविभाग के लिए भी एक हेल्पलाइन नंबर होना चाहिए जिससे कि जल प्रदाय यदि नहीं हो तो उपभोक्ता को पता नहीं हो या उसे सूचना ना मिली हो या पर्याप्त पानी होने के बावजूद कटौती की गई हो तो उपभोक्ता द्वारा उस हेल्पलाइन नंबर पर फोन लगाया जाएगा जिससे उसकी कंप्लेंट दर्ज की जाएगी और वहां से कंप्लेंट नगर निकाय नगर पालिका या पहुंचाई जाएगी जिससे कि उपभोक्ता को जल कटौती के बारे में भी सही जानकारी मिले
सत्यमगीते

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Shobha Dubey 4 years 10 months ago

Gaw m solar panal lagaye jaye
Aadhunik meter se bijali chori ko roka jaye
roka jaye gow k schoolo m chote baccho ko bijale bachane k liye prerit karna chahiye aur renewable energy ke tariko ko apnana chaiye .

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mohan yadav 4 years 10 months ago

यदि मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाना है तो सबसे पहले यहाँ आपको रोज़गार रोजगार की व्यव्स्था करनी होगी।

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Sanjay Sanghvi 4 years 10 months ago

माननीय श्री शिराजसिंह चौहन मेरा आप से निवेदन है की जो आप बचो को पड़ने की बात करते हो तो उन स्कूलों की हालत देकिए एक बार जाके अभी लॉक्डाउन के कारण पालक अपने बच्चों की की फ़ीस समय पर नहीं भर आ रहे हैं या नहीं भर सकते उन्हें फ़ोर्स किया जा रह है। नहीं भरते हैं तो स्कूल से निकाल देने का बोल रहे हैं इसलिए मैरा आपसे निवेदन है की आप इस साल की फीस माफ कर दीजीए। रही बात ऑनलाइन क्लासेस की बच्चे के पास मोबाइल ही नहीं होगा तो वो क की सरकार बच्चों को मोबाइल प्रोवाइड करेगी ।
आपके के प्रदेश का निवासी

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YourName 4 years 10 months ago

आत्म निर्भर भारत के तहत किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार को सोयाबीन के बोनस राशि और गेहूं की बोनस राशि का भुगतान कर देना चाहिए यह किसान हित में और किसान आत्मनिर्भर बनेगा

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Ramesh Patidar 4 years 10 months ago

पशुपालकों को पशु शेड के रूप में सोलर सिस्टम सब्सिडी देकर लगवाया जाए और अतिरिक्त बिजली को mpeb से लिंक करने से किसान को अतिरिक्त आय से किसान की माली हालत को सुधारने मे एक मिल का पत्थर साबित होगी

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Er. V.K. Ahirwar 4 years 10 months ago

महोदय जी, मै एमपी ट्रांसको में जुनियर इंजीनियर हू एमपी सरकार द्वारा जो सोलर पार्क बनाएं जा रहे हूं मै इससे खुशी हूं पर सोलर जेनरेशन के लिए एक सलाह देना चाहता हू कि सोलर पार्क कम क्षमता 100-200MW वाले ज्यादातर जिलो में होना चाहिए जहां 220KV के उपकेन्द्र पहले सेे स्थापित हो जिससे ट्रांस्को इंफ्रस्ट्रक्चर पर ख़र्च नही करना पड़ेगा जिससे प्रोजैक्ट कॉस्ट कम होगी जैसे टीकमगढ ज़िला बुन्देलखण्ड यहां पर 220KV तीन lines है जिससे 200MW का easily transmission किया जा सकता है त था132 KVके चार उपकेन्द है