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आइये कंक्रीट के 'जंगल' में पर्यावरण के लिए हरे-भरे मार्ग का निर्माण करें

Start Date: 29-03-2019
End Date: 06-06-2019

बचपन से ही हमें पेड़-पौधों के बारे में सिखाया गया है कि पेड़ हमारे ...

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बचपन से ही हमें पेड़-पौधों के बारे में सिखाया गया है कि पेड़ हमारे जीवन और वातावरण के लिये बहुत महत्वपूर्ण हैं। हम सभी जानते हैं पेड़ ऑक्सीजन का उत्पादन करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। पेड़ हमारे जीवन के लिए उतने ही जरूरी हैं जितनी हमारे लिए हमारी साँसे; इसलिए इन पेड़ों का मानव ही नहीं बल्कि जीव-जन्तुओ के जीवन पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। पृथ्वी के प्रत्येक प्राणी को वायु की आवश्यकता होती है, अत: जीवन के लिए पेड़ों का जीवित रहना अति आवश्यक है।

पृथ्वी का तापमान साल-दर-साल निरंतर बढ़ रहा है, जल, वायु, भूमि और ध्वनि प्रदूषण में निरंतर वृद्धि हो रही है। जिससे पृथ्वी पर उपलब्ध कई संसाधनों का विनाश हो सकता है। यदि समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया गया तो परिणाम अत्यंत विनाशकारी होंगे। वृक्षारोपण इस अप्रत्याशित विनाश को रोकने के लिए सबसे सरल और आसान तरीकों में से एक हो सकता है। पेड़-पौधे हमारे लिए एक फिल्टर के रूप में कार्य करते हैं, जो हवा में से धूल और प्रदूषक तत्वों को अवशोषित करते हैं और विभिन्न प्रकार के रासायनिक विकिरणों से हमें सुरक्षा भी प्रदान करते हैं। औसत उम्र का एक पेड़ साल भर तक एक परिवार को ऑक्सीजन देने के लिए पर्याप्त हो सकता है।

यदि हम प्रकृति के संरक्षणवादीयों में से नहीं हैं, तो भी वृक्षारोपण अनेकों प्रकार से हमारे लिए लाभकारी हो सकता है। क्या आप जानते हैं...! इमारतों के आसपास सही जगह लगे पेड़ हमारे एयर कंडीशनिंग लागत में पचास प्रतिशत तक की कटौती कर सकते हैं...! अनुसंधान बताते हैं कि पेड़ों और हरे रंग के वातावरण के बीच कुछ मिनटों के भीतर ही हमारा रक्तचाप कम हो जाता है, हमारे हृदय की गति सामान्य हो जाती है और तनाव का स्तर कम होने लगता है।

यह कहना गलत नहीं होगा कि हम में से अधिकांश लोग काम और जीवन की व्यस्तता के कारण वृक्षारोपण के लिय समय निकाल पाने में असमर्थ हैं। इसके अलावा, वृक्षारोपण को अच्छे रख-रखाव और नियमित रूप से पानी की भी आवश्यकता होती है; हालांकि, पर्यावरण में छोटे स्तर पर बदलाव लाने के लिए पौधों का इनडोर प्लांटेशन किया जा सकता है। जैसे- तुलसी व बांस के पौधे, गोल्डन पोथोस, पीस लिली, बॉस्टन फर्न, इंग्लिश आइवी, स्पाइडर प्लांट, स्नेक प्लांट या रबर प्लांट अनेकों विकल्प हैं। ऐसे पौधों की विशेषता यह है कि ये न ज्यादा जगह घेरते हैं और ना ही इन्हें अधिक मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है, बल्कि ये हवा में से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने के साथ ही हमारे घरों में ऑक्सिजन की मात्रा को बढ़ाते हैं और छोटे से खूबसूरत बगीचे का निर्माण करने में मददगार भी साबित होते हैं।

पेड़-पौधों के महत्व के प्रति नागरिकों को जागरूक करने हेतु MP MyGov, पर्यावरण छात्र फाउंडेशन के साथ मिलकर भोपाल में वृक्षारोपण अभियान को संचालित कर रहा है। MP MyGov सभी नागरिकों से अपील करता है कि नीचे चिन्हित किये गये विषयों पर अपने महत्वपूर्ण सुझाव साझा करें।

1. वृक्षारोपण के प्रकार, जिनके लिए कम पानी और रख-रखाव की आवश्यकता होती है।
2. इनडोर पौधों की विविधता जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं, जिसे कोई भी पसंद कर सकता है।
3. ऐसे क्षेत्र जहां वृक्षारोपण अभियान की आवश्यकता है व इसके पीछे के कारण के बारे में बतायें।
4. ऐसे पेड़-पौधे जो प्राकृतिक रूप से जल और मिट्टी के संरक्षण में सहायक होते हैं।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नागरिकों द्वारा सुझाव एकत्र करने के साथ समाज और आवासीय क्षेत्रों में जाकर वृक्षारोपण को बढ़ावा देने हेतु उन पेड़-पौधों की प्रजातियों के बारे में लोगों को जागरूक करना है, जो शहरी क्षेत्रों में अनुकूल वातावरण निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं। दूसरी ओर नागरिकों को ऐसे पेड़-पौधों की प्रजातियों के बारे में भी सूचित करना है जो मिट्टी और जल संरक्षण में मदद करते हैं और एक स्वस्थ वातावरण के निर्माण में सहायक होते हैं।

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Rajendra jatav 6 years 4 months ago

भारत की जनता अपने धर्म जातिबाद और अपने में लगी है जरा पर्यावरण की और भी ध्यान देवे . पेड़ पौधे जीवन की मुलभुत अव्श्यक्तो को पूरा करते है यह नही होने तो जीवन संभव ही नही फिर कर लेना , धर्म जाती सब जब जीवित ही नही रहोगे तो क्या करोगे?

Anil Kumar Chauhan 6 years 4 months ago

Sir, we can make India into a well developed nation within15 years by sustained and well planned plantation.We can plant thousand kinds of many billions trees and shrubs which provide fruits, vegetables,edible oil, cereals and medicines etc asides the railways , roads , canals and streams.1.2 billon safou fruit will produce 150 million ton of edible oil, 1.2 billion trees of maya bread nut can produce 300 million ton cereal,1.2 billion trees of african bread fruit will produce 200 million

Anil Kumar Chauhan 6 years 4 months ago

Sir. We can solve water and energy crisis by desalination of water by separating ions by external electric field. We can produce tremendous energy by separating Hydrogen ions and hydroxyl ions by external electric field. We can also synthesize many bio_degradable polymers to solve plastic pollution. But for all you have to support us

Suresh Solanki 6 years 5 months ago

आज हर इंसान को जातिवाद ऊंच निच सबको छोड़ कर
एक नयी निव रखें नया धर्म अपनाये पर्यावरणवाद

Suresh Solanki 6 years 5 months ago

आज हमें जल की इतनी परेशानी झेल रहे हैं जिसके जिम्मेदार हम स्वयं है क्योंकि हम प्राकृतिक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं ना ही जल सेव कर पा रहे हैं ओर ना ही जगंल में पेड़ो की रक्षा कर रहे जिस कारण पर्यावरण में बारिश का सिस्टम नहीं बन पा रहा है
आज हमें जल को हर जगह पर रिस्टोर प्रोसेसर बनाने की आवश्यकता है वनों को सुरक्षित करने की अवश्यकता है

Vivek kumar shukla 6 years 5 months ago

सबसे पहले मैं एक बात कहना चाहता हूँ जब तक आम आदमी पेड़ के महत्व को नही समझेगा तब तक कोई भी उपाय काम नही आएगा, हमारे पास जंगल विभाग में लाखों की संख्या में कर्मचारी है जो कम से हर महीने 20 से 25 हज़ार रुपये मासिक वेतन पर कार्यरत है लेकिन वो जंगल को नही बचा पा रहे है क्योंकि लोग जागरूक नही है । अगर जंगल को बचाना है तो हम सब को साथ मिलकर लोगों को इसके प्रति जागरूक करना पड़ेगा, सिर्फ नियम या कानून लाके कोई फायदा नही है ।

Hardik 6 years 5 months ago

पेड़ तोड़ना कानूनी रूप से अपराध माना जाना होगा। लोग अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए प्रकृत्ति को जिस तरह से नष्ट कर रहे है, उससे भविष्य में मानव के साथ साथ जंगली पशु, पक्षी और कीड़े मकोड़े भी लुप्त होते जाएंगे। कीड़े मकोड़े पक्षियों का आहार होते है, और अगर कीड़े मकोड़े ही नही मिलेंगे उनको तो पक्षी खाएंगे क्या? इसलिए हमें वृक्षो का संरक्षण बहोत जरूरी है। प्रत्येक सप्ताह लोगो को साथ लेकर पेड़ लगाने का अभियान चलाना चाहिए और ये अभियान तब तक चलने देना चाहिए जब तक वो पौधे बढ़कर पेड़ न बन जाये।