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"हरित दिवाली स्वस्थ दिवाली" अभियान

Start Date: 27-10-2020
End Date: 30-11-2020

‘दीपावली’ अर्थात अंधकार से प्रकाश की ओर जाने की कामना... ...

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‘दीपावली’ अर्थात अंधकार से प्रकाश की ओर जाने की कामना...

वास्तव में दीपावली कोई एक दिवसीय पर्व नहीं, अपितु यह अनेकों त्योहारों का समूह है, इसलिए इसे उत्सवों का मौसम भी कहा जाता है। जिसे हम उमंग, उत्साह, आनंद और ढेर सारी खुशियों के रंगों के साथ मनाते हैं। इसे हम 'प्रकाश का उत्सव' भी कहते हैं क्योंकि यह हमारे जीवन को खुशियों से प्रकाशित करता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश, अज्ञानता पर ज्ञान और निराशा पर आशा की जीत का प्रतीक है।

ना जाने खुशियों और उल्लास के कितने रंग समाहित हैं इस पर्व में, परन्तु आज यह उत्सव सिर्फ पटाखों की तेज़ आवाज और हानिकारक धुएँ का प्रतीक बन कर रह गया है, जिसकी वजह से होने वाला ध्वनि एवं वायु प्रदूषण न केवल हमारे लिए बल्कि हमारे पूरे पर्यावरण के लिए हानिकारक है।

"हरित दिवाली स्वस्थ दिवाली" अभियान अंतर्गत आपसे निवेदन है कि कोविड-19 महामारी को द्रष्टिगत रखते हुए; पटाखों के कारण होने वाले वायु एवं ध्वनि प्रदूषण को कम से कम करें ताकि मानव स्वास्थ्य एवं अन्य जीवों पर होने वाले प्रतिकूल प्रभावों को कम किया जा सके।

इस सम्बन्ध में पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (EPCO) इस वर्ष ‘प्रदूषण मुक्त दीपावली उत्सव’ मनाने के लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है, जो निश्चित ही प्रदूषण मुक्त पर्यावरण बनाने की दिशा में एक सार्थक पहल होगी।

1. रंगोली प्रतियोगिता (वर्ग: ईको क्लब विद्यालय- कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थी): प्रतिभागी स्वयं के द्वारा बनाई गई रंगोली के साथ अपनी सेल्फी-फोटोग्राफ भेज सकते हैं। फोटोग्राफ साइज-1 MB तक।

2.फोटोग्राफी प्रतियोगिता (वर्ग: ईको क्लब महाविद्यालय विद्यार्थी): ‘‘हरित दिवाली स्वस्थ दिवाली’’ विषय पर स्वयं के द्वारा खींचा गया फोटोग्राफ भेज सकते हैं । फोटोग्राफ साइज-1 MB तक।

3.शार्ट वीडियो प्रतियोगिता (वर्ग: ईको क्लब शिक्षक एवं प्राध्यापक): ‘‘हरित दिवाली स्वस्थ दिवाली’’ विषय को दृष्टिगत रखते हुए शार्ट वीडियो अधिकतम 2 मिनट का भेज सकते हैं ।

प्रत्येक वर्ग से 5-5 उत्कृष्ट प्रविष्टियों को पुरूस्कार स्वरूप राशि रू.1000/- के साथ प्रमाण-पत्र दिया जायेगा, साथ ही एन0जी0सी0 की वेबसाइट पर विजेता प्रतिभागियों के फोटो प्रदर्षित किये जावेगें।

आप इस वर्ष पर्यावरण को बिना हानि पहुचाये, प्रदूषण रहित दीपावली कैसे मनाएंगे...जो ‘हरित दीपावली’ शब्द को सार्थक करके समाज के समक्ष एक उदाहरण प्रस्तुत कर सके? अभियान का उद्देश्य जन सामान्य को प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाने के लिए प्रेरित कर पर्यावरण को संरक्षित करना हैI

प्रविष्टियाँ प्राप्त करने की अंतिम तिथि 25 नवम्बर 2020 है।

प्रतियोगिता के नियम एवं शर्तें अवश्य पढ़े... Click here for Terms & Conditions

All Comments
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430500

BISWANATH PANDA 3 years 4 months ago

DEAR SIR

HAPPY DIPAWALI TO YOU AND YOUR FAMILY. LOVE TO EVERY WORKING PERSON FROM YOUR WORKING PLACE. ADDING SOME PHOTOGRAPH FOR CELEBRATING OF DIPAWALI. TULSHI PUJA, RANGOLI, DIYAS AND COCONUT CRAFT BASED DIYAS.

STUDYING GRADUATION FROM IGNOU, BHUBANESWAR. ODISHA.

THANKS

REGARDS

WIN
BISWANATH PANDA
BALICHHACK SAHI, RAJA BAZAR, JATANI, KHORDA, ODISHA, INDIA-752050
PHONE-09337204155
E-MAIL: biswanathpanda1@yahoo.com

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ravikiran tripathi 3 years 4 months ago

Diwali is a festival of joy in which we distribute sweets ,chocolates and many gifts to our neighbours,relatives and friends. Diwali is a festival of lights also .we light up diyas which are beautifully decorated and we make beautiful rangoli but we also waste money on crackers. Crackers are very harmful for our health. Crackers are the main reason of pollution like air pollution, soil pollution, land pollution etc. and make us ill, suffocation in breathing,and headache etc. because of crackers

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1500

Deepshikha Chopra 3 years 4 months ago

Save Trees , पेड़ हमारे जीवन में बहुत ज़रूरी है।. क्योकि पेड़ हमे सिर्फ oxygenही नही देते बलकी उसके अलावा बहुत कुछ देते है ।जैसे छाया , लकड़ी , फल , सबजीया , गोंद , और तो और कई पक्षीओ का तो घर भी पेड़ ही है। पेड़ नही तो पक्षीओ के २साथ साथ हमारा भी जीवन नही । इसलिए मैं आप सभी से पेड़ो की रक्षा के लिए विनती करती हुँ।हॉ हम हमारे काम की वजह से पेड़ो की कटाई करते है उनकी लड़की काट कर कई सारी चिजो मे इस्तमाल करते है तो क्या हुआ अगर हम एक पेड़ काट सकते है तो क्या दों पेड़ उगा नही सकते। इसलिए कृप्या कर save tree

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Ankita Mishra 3 years 5 months ago

पर्यावरण को सँभालते हुए अपने त्यौहारों को हर्ष और उल्लास के साथ मनाए

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