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मेरा मध्यप्रदेश – खोजें अपने पर्यटन स्थल
1 नवम्बर प्रदेश के 7.50 करोड़ नागरिकों के लिए गौरव गान का दिन है. ठीक 61 साल ...

1 नवम्बर प्रदेश के 7.50 करोड़ नागरिकों के लिए गौरव गान का दिन है. ठीक 61 साल पहले 1956 को मध्यप्रदेश के गठन का शुभ कार्य किया गया था. हर साल प्रदेश भर में इस दिन को उत्सव के रूप में मनाया जाता है. इस उत्सव में नागरिकों की रचनात्मत्कता और विचारों को प्रमुखता से आगे लाने का प्रयास किया जाता है. आवश्यकता है की नागरिक इस दिन का महत्त्व समझें और एक सशक्त, समर्थ और स्वाभिमानी प्रदेश के निर्माण में भागीदार बनें.
मध्यप्रदेश में प्राकृतिक और ऐतिहासिक स्थलों की भरमार है. उनमें से कुछ हम जानते हैं और वहां पर्यटन की संभावनाओं को विकसित करते हुए उन्हें विकसित किया गया है. लेकिन अभी भी ऐसे कई स्थान हैं जिन्हें पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित किया जा सकता है.
आपके घर या नगर के आसपास कोई ऐसा स्थान हो, जिसके बारे में कम लोग जानते हों और उसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सके. ऐसे स्थानों को चिन्हित कीजिये और हमें बताइए.
आपकी प्रविष्टि में उस स्थान की जानकारी, ब्लॉक और जिला मुख्यालय से दूरी को सिर्फ 150 शब्दों में लिखकर एक फोटोग्राफ के साथ कमेन्ट बॉक्स में सबमिट करें.
पुरूस्कार : प्राप्त प्रविष्टियों में से श्रेष्ठ प्रविष्टियों को निम्नानुसार पुरुस्कृत किया जायेगा
• प्रथम पुरूस्कार : रु. 10,000 =00
• द्वितीय पुरूस्कार : रु. 7000 =00
• तृतीय पुरूस्कार : रु. 5000 =00
• विशेष पुरूस्कार-03 : रु. 1000 =00
• अन्य चयनित प्रविष्टियों को प्रमाणपत्र प्रदाय किया जायेगा.
• श्रेष्ठ प्रविष्टियों को विभाग द्वारा प्रकाशित की जाने वाली ई-बुक में स्थान दिया जायेगा.
शर्तें :
1. कोई आयु सीमा नहीं
2. सभी प्रविष्टि सिर्फ ऑनलाइन ही स्वीकार की जाएँगी.
3. भागीदारी के समय स्पेसिफिकेशन का ध्यान रखा जाये.
4. प्रविष्टियों का चयन विशेषज्ञ पैनल द्वारा राज्य स्तर पर किया जायेगा.
5. पुरुस्कारों की घोषणा पोर्टल पर ही निर्धारित तिथि को किया जायेगा
6. प्रविष्टियाँ भेजने के लिए प्रतिभागी को स्वयं को mp.mygov पोर्टल पर रजिस्टर्ड होना चाहिए. किसी और के माध्यम से भेजी गयी प्रविष्टियाँ मान्य नहीं की जाएँगी.
7. प्रविष्टियाँ सबमिट करते समय अपना पता, जिला और मोबाइल नंबर अवश्य लिखें
Harshit Agrawal 7 years 5 months ago
Through this competition, I want to highlight a very attractive and potential tourist destination 'Chhatri of Malhar Rao Holkar' which is located at town 'Alampur' which is a nagar panchayat level town in the block of 'Lahar' in 'Bhind District'. It is around 30 kms away from Lahar and 90 kms from Bhind. The nearest district level towns are Datia (60 kms) and Gwalior (90 kms); both of which are well developed tourist sites which can be an added advantage.
Vikrant puriya 7 years 5 months ago
Submit Your Task...जिल्हरी घाट,ग्राम मोरडोंगरी कन्हान नदी का सुंदर दर्शनीय स्थल ब्लाक उमरेठ जिला छिंदवाड़ा मे स्थतिहै।
nayan gaur 7 years 5 months ago
Name: Nayan gaur
S/o: pramod gaur
Mob: 9584305491
Dis: shivpuri
Block: Badarwas
Village: Rannod
Place name: khokai math
Distance in district: 75 km
Ãkåsh Ñîshåd 7 years 5 months ago
जबलपुर। जबालि ऋषि के नाम से विख्यात जबलपुर संस्कारधानी भगवान परशुराम की तपोस्थली रही है। भगवान ने यहां सालों रहकर तपस्या की थी। वे जहां तपस्या किया करते थे, वहां कोई जल स्रोत नहीं था, ऐसे में मां नर्मदा वहां प्रकट हो गईं थीं। ये नर्मदा आज भी परशुराम कुंड के रूप में जानी जाती हैं। ये जनआस्था का महत्वपूर्ण स्थान भी है। प्रत्येक वर्ष परशुराम जयंती के अवसर यहां आस्थावानों की भीड़ उमड़ पड़ती है। भगवान परशुराम की तपोभूमि परशुराम कुंड के समीप 281 फुट ऊंची प्राचीन पहाड़ी पर स्थापित की गई।Call 8269230506
Pranay sethiya 7 years 5 months ago
गांधीसागर बाँध मध्यप्रदेश में नीमच के पास मंदसौर जिले में स्थित है। यह प्रदेश का महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। चंबल नदी पर बने हुए इस भव्य बाँध की नींव का पत्थर 7 मार्च 1954 को तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा रखा गया था।
भारत का दूसरा सबसे बड़ा जलाशय होने के साथ गांधी सागर बाँध हज़ारों प्रवासी पक्षियों को आश्रय प्रदान करता है। और विश्व मे सबसे अधिक संख्या मे गिद्ध(पक्षी)पाये जाने वाला एक मात्र स्थान'गांधीसागर'है। :आपका मन्दसौर जिले मे स्वागत है:9669182279 Bolia'458880'
Vaibhav bairagi 7 years 5 months ago
स्थान का नाम – “सुखानंद जी “
जिला - नीमच , तहसील जावद जिला मुख्यालय से दुरी – 32 किलोमीटर सुखानंद एक धार्मिक ,दर्शनीय तीर्थ स्थल है यहाँ पर भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग की स्थापना की गई है यह स्थान काफी वर्षो पुराना है सुखानंद में विशेष प्राक्रतिक झरना , वन क्षेत्र, तथा एक कुंड बना हुआ है . कुंड में स्नान करने का बड़ा धार्मिक महत्त्व है जो लोगो आस्था का बड़ा केंद्र है कुंड में पानी आने का प्राक्रतिक स्त्रोत है |
Vaibhav bairagi 7 years 5 months ago
पर्यटन स्थल- “सुखानंद जी“
जिला - नीमच , तहसील जावद जिला मुख्यालय से दुरी – 32 किलोमीटर
सुखानंद एक धार्मिक ,दर्शनीय तीर्थ स्थल है यहाँ पर भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग की स्थापना की गई है यह स्थान काफी वर्षो पुराना है सुखानंद में विशेष प्राक्रतिक झरना , वन क्षेत्र, तथा एक कुंड बना हुआ है . कुंड में स्नान करने का बड़ा धार्मिक महत्त्व है जो लोगो आस्था का बड़ा केंद्र है कुंड में पानी आने का प्राक्रतिक स्त्रोत है |
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Buddhasen Patel 7 years 5 months ago
GST Awarness App
GSTसर्वे मे भागीदार बनिये ,देश के विकास मे भागीदार बनिये
GSTअवेयरर्नेस का ये रहा GST SURVEY APP आपके सामने GST कामयाबी नकामयाबी के प्रश्नो के उत्तर दीजिये जो की एकदम फ्री है तो आप भी आज ही अपनी आवाज सरकार तक पहुचाइए
Play Store SearchName : GST SURVEY APP Play Store Link : https://play.google.com/store/apps/detail
Deepak Kumar Patel 7 years 5 months ago
घाटी डूंगरी शारदा माता जी का मंदिर है एक ऊंचे पर्वत में यह मंदिर बना हुआ है यह उमरिया जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर और शहडोल जिला मुख्यालय से 90 किलोमीटर दूर है यह उमरिया और शहडोल जिले के बॉर्डर मैं सोन नदी के किनारे स्थित है यह ग्राम पंचायत banchachar तहसील जयसिंहनगर जिला शहडोल में है मेरा नाम दीपक कुमार पटेल ग्राम पोस्ट गोवर्दे तहसील मानपुर जिला उमरिया मध्य प्रदेश से हूं मोबाइल नंबर 94 2467 8671
Vivek Pandey 7 years 5 months ago
I think Amarkantak and Achcanakmar Abhyaranya can be developed as a good tourist place. There are many places which does not have many Natural sights and still earning huge Revenue for their states, like Ooty: they have developed many parks and since it is a Hill station; they are making good money out of that.
Same way we can also develop Amarkantak and nearby area as a Big Tourist place, if it is being developed properly it will certainly give huge revenue for the State.
Vivek Pandey