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Department of Animal Husbandry & Dairying

Start Date: 02-03-2022
End Date: 10-04-2022

उद्यम या स्टार्टअप के माध्यम से पशुधन उत्पादकता में सुधार लाने ...

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उद्यम या स्टार्टअप के माध्यम से पशुधन उत्पादकता में सुधार लाने वाले पशु पालक साझा करें अपनी सफलता की कहानियां

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पशुपालन एवं डेयरी विभाग म.प्र. द्वारा प्रदेश में पशुधन बढ़ाने एवं दुग्ध उत्पादन में आवश्यक वृद्धि करने के लिए विविध योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।

लघु / सीमांत एवं भूमिहीन मजदूर राज्य शासन की इन योजनाओं का लाभ लेकर पशुपालन करके राज्य के दुग्ध उत्पादन और मांस उत्पादन में वृद्धि कर मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने में अपना योगदान दे सकते हैं।

साथ ही ऐसे किसान या पशुपालक जो अपने किसी उद्यम या स्टार्टअप के माध्यम से पशुधन उत्पादकता में सुधार ला रहे हैं, वे अपनी सफलता की कहानी mp.mygov.in के जरिए साझा कर अन्य लोगों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

आप अपनी कहानियां नीचे कमेंट बॉक्स में साझा करें।

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Sachin 3 years 1 month ago

जिसके पास पशुधन है वही धनवान है । इससे प्राकृतिक सरंक्षण में भी बहुत सहायता मिलेगी ।

गौवंश हेतु शासकीय रिकार्ड मेँ दर्ज गौचर, चरनोई भूमि को विकसित करने हेतु किसी भी पंचायत मेँ कोई योजना नही बनाई जाती. यह भूमि खाली पडी रहती है तो जिसका मन चाहा उस पर खेती करना शुरू कर देता है. कुछ पंचायतोँ द्वारा चारागाह विकास हेतु योजना बनाई जाती है, पैसा निकाला जाता है पर चारागाह एक भी विकसित नहीँ हो पाया. जब तक चारागाह विकसित नहीँ होगा गायोँ की दुर्दशा होती रहेगी.
https://studyroot.in

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ShivSingh 3 years 1 month ago

संभव हो तो सक्षम घरो को गौ पालन करना चाहिए साथ ही सरकार द्वारा अन्य सब्सिडी को बंद कर पशुपालन घर को सब्सिडी देनी चाहिए । इससे पशुपालन को और अधिक बल प्रदान होगा ।
https://studyroot.in/

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rajesh sahu 3 years 1 month ago

गौवंश हेतु शासकीय रिकार्ड मेँ दर्ज गौचर, चरनोई भूमि को विकसित करने हेतु किसी भी पंचायत मेँ कोई योजना नही बनाई जाती. यह भूमि खाली पडी रहती है तो जिसका मन चाहा उस पर खेती करना शुरू कर देता है. कुछ पंचायतोँ द्वारा चारागाह विकास हेतु योजना बनाई जाती है, पैसा निकाला जाता है पर चारागाह एक भी विकसित नहीँ हो पाया. जब तक चारागाह विकसित नहीँ होगा गायोँ की दुर्दशा होती रहेगी. चारागाह विकास हेतु गौशालाओँ को, सामाजिक संस्थाओँ को और इच्छित कृषको को यह कार्य दिया जा सकता

56360

ShivSingh 3 years 1 month ago

गौवंश हेतु शासकीय रिकार्ड मेँ दर्ज गौचर, चरनोई भूमि को विकसित करने हेतु किसी भी पंचायत मेँ कोई योजना नही बनाई जाती. यह भूमि खाली पडी रहती है तो जिसका मन चाहा उस पर खेती करना शुरू कर देता है. कुछ पंचायतोँ द्वारा चारागाह विकास हेतु योजना बनाई जाती है, पैसा निकाला जाता है पर चारागाह एक भी विकसित नहीँ हो पाया. जब तक चारागाह विकसित नहीँ होगा गायोँ की दुर्दशा होती रहेगी. चारागाह विकास हेतु गौशालाओँ को, सामाजिक संस्थाओँ को और इच्छित कृषको को यह कार्य दिया जा सकता है https://studyroot.in

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Shashi bhushan singh chauhan 3 years 1 month ago

जिसके पास पशुधन है वही धनवान है । इससे प्राकृतिक सरंक्षण में भी बहुत सहायता मिलेगी ।

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Shashi bhushan singh chauhan 3 years 1 month ago

संभव हो तो सक्षम घरो को गौ पालन करना चाहिए साथ ही सरकार द्वारा अन्य सब्सिडी को बंद कर पशुपालन घर को सब्सिडी देनी चाहिए । इससे पशुपालन को और अधिक बल प्रदान होगा ।

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Sachin 3 years 1 month ago

पशुधन उत्पादकता बढ़ाने के लिये सरकार को ग्रामीण क्षेत्रो के लोगो को कृषि में दलहन और जानवरों के लिये हरे चारे की व्यवस्था करने के लिये लोगो को अनुदान देना चाहिए।जिससे वे आसानी से पशुओं का पालन करेंगे।पशुओं को चारे के अभाव में ही लोग जानवरो को अन्ना छोड़ देते है।
https://ayurmart.in/