You don't have javascript enabled. Please Enabled javascript for better performance.

सड़कों पर ट्रैक्टर-ट्राली की आवाजाही से होने वाली दुर्घटनाओं से कैसे बचा जाए?

Start Date: 13-07-2020
End Date: 31-10-2020

अक्सर यह देखा गया है कि लोग शादी-बारात, मेले, धार्मिक स्थलों पर होने ...

See details Hide details

अक्सर यह देखा गया है कि लोग शादी-बारात, मेले, धार्मिक स्थलों पर होने वाले आयोजनों में, फसलों को लाते-ले जाते समय असुरक्षित तरीके से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में बड़ी संख्या में बैठ कर आवागमन करते हैं। वर्तमान समय में प्रवासी मजदूर भी अपनी जान जोखिम में डालकर अपने घरों तक पहुंचने के लिए किसी भी संभावित माध्यम का उपयोग कर रहे हैं। जिसके कारण कुछ दुर्घटनाएं भी हुईं हैं।

निश्चित ही जीवन की हानि सबसे बड़ी हानि है, ऐसे में यह जरूरी है कि ऐसे उपाय किए जाएं जिससे ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके, साथ ही लोगों की सुरक्षा भी की जा सके।

राज्य सड़क सुरक्षा सेल सभी नागरिकों को इस विषय पर अपने सुझाव देने के लिए आमंत्रित करता है।
♦ चालक को किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए?
♦ ऐसे में नागरिकों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

पीटीआरआई, पु.मु. भोपाल, द्वारा प्रदेश में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु समय-समय पर विशेष अभियान संचालित किये गए है।

सड़कों पर आवागमन कर रहे लोगों के लिए सर्वोत्तम व्यवस्था स्थापित करने हेतु अपने विचार हमसे साझा करें। अपने सुझाव के साथ अपना नाम और अपने शहर / जिले का नाम लिखना ना भूलें।

हमें इस स्थिति को बेहतर बनाने में आपका सकारात्मक सहयोग चाहिए। आप से यह भी अनुरोध है कि अपनी अन्य शिकायतों को दर्ज करने के लिए कृपया इस माध्यम का उपयोग न करें।

All Comments
Reset
174 Record(s) Found

manoj kushwah 5 years 2 months ago

मेरी जानकारी से ये पॉइंट होसक्ते है
1. सभी ट्रालियों के पीछे अन्य वाहनो की तरह बॅक लाइट एंड साइड लाइट लगानी चाहिए
2. सभी ट्राली के साइड्स एंड बॅक मे रिफलेक्टर लगाए जाए
3. अन्य वाहनो की तरह ओवर लोडिंग की लिमिट की जाए
4. किसान मित्र बनाए जाए जो साल या 6 माह बाद चेक करे

HARISH SINGH GURJAR 5 years 2 months ago

मालूम हो कि ट्रैक्टर के साथ दौडऩे वाली ट्रालियों में लाइट की व्यवस्था नहीं रहती है। जबकि सामने से आ रहे वाहन चालक ट्रैक्टर की रोशनी देकर साइड दे देते हैं। ओवर टैकिंग के दौरान ट्रैक्टर के पीछे से आ रहे वाहन के ट्राली से दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका बनीं रहती है। यही वह कारण है कि इन वाहनों में रिफ्लेक्टर लगाए जाने से दूसरे वाहन चालक को चमकेंगे और कोई सड़क दुर्घटना नहीं होगी। इसके लिए नियम भी है।

Nitesh Pandey 5 years 2 months ago

ट्रैक्टर खेती के लिए बनाया गया है।पर आज किसान भाई आवागमन के लिए इसका उयोग करते है। नागरिकों को कुशल चालक की खोज करना चाहिए।और ट्रॉली पर सवारी करने पर बचना चाहिए।

ANAND PANCHAL 5 years 2 months ago

3 . ट्रेक्टर और ट्राली के बिच अत्यधिक गैप होना |
4 . ट्रॉली का ट्रेक्टर से अधिक चौड़ा होना जिससे पीछे वाले वाहन को देखने में असमर्थता | आदि अनेक कारण है जो वैज्ञानिक सुधारों द्वारा ट्रेक्टर में परिवर्तन से संभव है |
धन्यवाद मध्यप्रदेश सरकार

ANAND PANCHAL 5 years 2 months ago

माननीय मध्यप्रदेश सरकार , में एक किसान का पुत्र हूँ तथा में ट्रेक्टर ट्राली की उपयोगिता को बहुत करीब से समझता हूँ , हम स्वीकार करते है कि ट्रेक्टर ट्राली वर्तमान समय में दुर्घटना के महत्वपूर्ण भाग बन चुके है और इस समस्या का निराकरण यही है कि सरकार निम्नलिखित बिंदुओं का समाधान ढूँढे ,
1 . ट्राली के पीछे हेडलाइट नहीं होती जिससे पीछे चलने वाले यात्री अक्सर दुर्घटना का शिकार जाते है |
2 . पीछे चलने वाले वाहक द्वारा हॉर्न बजाये जाने पर ट्रेक्टर चालाक को सुनाई न देना |

ARYAN SHARMA 5 years 2 months ago

सड़क हादसे में एक नही हमेशा दोनों पक्षों का घाटा होता है ऐसे में कल्पना करके रूह भी काप जाती है की अगर कोई बेटा कई वर्षो बाद अपनी माँ से मिलने जा रहा होता है और उसके साथ ये घटना हो जाये तो...
ये एक नहीं कईयों के पीढ़ी का अंत कर सकता है ऐसे में आपकी भूमिका है की आप एक मूल नागरिक की तरह वाहन नियमों का पालन करे,दो मिनट ट्रैफिक में ही सही पर दो महीने अस्पताल में गुजारने से बढ़िया ही तो है|अपनी भूमिका को स्वयं समझे क्यूंकि
..........................""आप बड़े हो गये है गाड़ी चलने लायक"".................

Bharat Meena 5 years 2 months ago

माननीय मेरा मत है कि ट्रैक्टर ट्राली देश के किसानों के उपयोग मे आने वाली एक ऎसी मशीन है जिसके आने के बाद से किसानों की समय की काफी बचत हुई है। ऎसे मे हम इनपर पूर्णत प्रतिबंध भी नहीं लगा सकते क्यो कि बहुत बड़ी मात्रा मे किसान अपनी फसलों को मंडियों मे पहुचाने में इनका उपयोग करते है। लेकिन ऎसे कुछ नियम हम बना सकते है जिससे एक तरह से हम दुर्घटनाओं की संभावना को कम कर सकते हैं।जेसे की... 1बहुत जादा मात्रा मे हम माल को ट्रैक्टर पर ना लादे।
2. ट्रैक्टर बजने वाले ध्वनिविस्तारक यंत्रों को सड़को पर रोक।

Amit Kumar Tiwari 5 years 2 months ago

ट्रेक्टर ट्रालियों और मालवाहक वाहनों को रात्रि में ही माल डिलीवरी की अनुमति दी जानी चाहिए ताकि दिन के समय यातायात अधिक होने की वजह से दुर्घटना होने की संभावना अधिक होती है इसलिए ट्रेक्टर ट्राली और मालवाहक वाहनों को रात्रि में ही माल ढोने की अनुमति दी जानी चाहिए।