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मिलावट से मुक्ति अभियान

Start Date: 28-02-2022
End Date: 10-04-2022

जन-जन में जागरूकता फैलाएं ...

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जन-जन में जागरूकता फैलाएं
मध्यप्रदेश को मिलावट से मुक्ति दिलाएं

मिलावट एक ऐसी प्रकिया है जिसके द्वारा खाद्य पदार्थ में कोई मिलता-जुलता पदार्थ या कोई हानिकारक तत्व मिलाकर उसकी गुणवत्ता में परिवर्तन लाया जाता है। मिलावट के कारण पदार्थो की प्रकृति, गुणवत्ता तथा पौष्टिकता में तो बदलाव आता ही हैं साथ ही हानिकारक पदार्थों की मिलावट के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव भी पड़ता है।

मध्यप्रदेश शासन ने प्रदेश की जनता को इस परेशानी से बचाने और नागरिकों को शुद्ध खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये 9 नवम्बर 2020 से मिलावट से मुक्ति अभियान की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत मिलावटखोरों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए प्रदेश भर में चलित प्रयोगशालाएं भी शुरू की गईं हैं। इनमें कोई भी नागरिक 10 रुपए के शुल्क में आसानी से खाद्य पदार्थों की जांच करा
सकते हैं।

मध्यप्रदेश में मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। मिलावट को रोकने में आप भी अपना योगदान दे सकते हैं। मिलावटखोरों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को और अधिक बेहतर व सफल बनाने के लिए आप अपने विचार mp.mygov.in के जरिए साझा करें।

आप अपने सुझाव नीचे कमेंट बॉक्स में साझा करें।

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98 Record(s) Found
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SHIVAM SINGH SOLANKI 3 years 3 months ago

माननीय मुख्यमंत्री जी से मेरा निवेदन है कि मिलावट जो कि आज के डेट में गंभीर समस्या हो चुकी जिसके कारण लोगो स्वास्थ पर हानिकारक प्रभाव पड़ रहा है मेरा यही निवेदन है कि गावं - गावं में जागरूकता अभियान चलाया जाय और हर एक गावं में दूध डेरी खुलवाया जाय ताकि लोगो को अत्यधिक दूर जाने में समस्या न हो जनता प्रशासन एवम् मुख्यमंत्री जी से मेरा निवेदन कि इस विषय पर ध्यान दिया जाय |

प्रार्थी - शिवम् सिंह सोलंकी
contect no - 7804008732
धन्यवाद्

22270

Sachin 3 years 3 months ago

प्रत्येक दूध डेयरी एवं समोसा कचोरी जलेबी आदि खाद्य पदार्थ बनाने वाले दुकानों की प्रत्येक माह जांच हो इसके लिए प्रत्येक नगर पालिका एवं प्रत्येक शहर में जांच दल का गठन हो क्योंकि एक सर्वे में पाया गया है कि दूध का उत्पादन से ज्यादा खपत होता है तो वह कैसे हो रहा है दूध में सबसे ज्यादा मिलावट होती है
https://studyroot.in

1300

Umashankar Agrawal 3 years 3 months ago

खाद्य पदार्थ के अपद्रव्यीकरण द्वारा जनता की स्वास्थ्यहानि को रोकने के लिए प्रत्येक देश में आवश्यक कानून बनाए गए हैं। भारत के प्रत्येक प्रदेश में शुद्ध खाद्य संबंधी आवश्यक कानून थे, किंतु भारत सरकार ने सभी प्रादेशिक कानूनों में एकरूपता लाने की आवश्यकता का अनुभव कर, देश-विदेशों में प्रचलित काननों का समुचित अध्ययन कर, सन्‌ 1954 में खाद्य-अपद्रव्यीकरण-निवारक अधिनियम (प्रिवेंशन ऑव फ़ूड ऐडल्टरेशन ऐक्ट) समस्त देश में लागू किया और सन्‌ 1955 में इसके अंतर्गत आवश्यक नियम बनाकर जारी किए।

56360

ShivSingh 3 years 3 months ago

https://studyroot.in/
माननीय मुख्यमंत्री
श्रीमान शिवराज सिंह चौहान
उद्देश्य : मिलावट से मुक्ति मध्य प्रदेश |
इसके लिए हम यानी ( में और आप ) जन-जन में जागरुकता फेलआएंगे जागरुकता फेलने के लिए हम एनएसएस और एनसीसी के स्वयंसेवक के माध्यम से कर सकते हैं मैं स्वयं एनएसएस स्वयं सेवक हूं मुझे इस विषय के ऊपर कार्य करके अतिंत खुशी होगी और मध्य प्रदेश को मिलावत से मुक्त बनाने में गर्व महसूस होगा
आप का भांजा
अभय प्रताप सिंह भदौरिया

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Abhay pratap Singh bhadouriya 3 years 3 months ago

माननीय मुख्यमंत्री
श्रीमान शिवराज सिंह चौहान
उद्देश्य : मिलावट से मुक्ति मध्य प्रदेश |
इसके लिए हम यानी ( में और आप ) जन-जन में जागरुकता फेलआएंगे जागरुकता फेलने के लिए हम एनएसएस और एनसीसी के स्वयंसेवक के माध्यम से कर सकते हैं मैं स्वयं एनएसएस स्वयं सेवक हूं मुझे इस विषय के ऊपर कार्य करके अतिंत खुशी होगी और मध्य प्रदेश को मिलावत से मुक्त बनाने में गर्व महसूस होगा
आप का भांजा
अभय प्रताप सिंह भदौरिया

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Lalitsoni 3 years 3 months ago

खाद्य पदार्थ के अपद्रव्यीकरण द्वारा जनता की स्वास्थ्यहानि को रोकने के लिए प्रत्येक देश में आवश्यक कानून बनाए गए हैं। भारत के प्रत्येक प्रदेश में शुद्ध खाद्य संबंधी आवश्यक कानून थे, किंतु भारत सरकार ने सभी प्रादेशिक कानूनों में एकरूपता लाने की आवश्यकता का अनुभव कर, देश-विदेशों में प्रचलित काननों का समुचित अध्ययन कर, सन्‌ 1954 में खाद्य-अपद्रव्यीकरण-निवारक अधिनियम (प्रिवेंशन ऑव फ़ूड ऐडल्टरेशन ऐक्ट) समस्त देश में लागू किया और सन्‌ 1955 में इसके अंतर्गत आवश्यक नियम बनाकर जारी किए।

2580

Lalitsoni 3 years 3 months ago

प्रत्येक दूध डेयरी एवं समोसा कचोरी जलेबी आदि खाद्य पदार्थ बनाने वाले दुकानों की प्रत्येक माह जांच हो इसके लिए प्रत्येक नगर पालिका एवं प्रत्येक शहर में जांच दल का गठन हो क्योंकि एक सर्वे में पाया गया है कि दूध का उत्पादन से ज्यादा खपत होता है तो वह कैसे हो रहा है दूध में सबसे ज्यादा मिलावट होती है

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Lalitsoni 3 years 3 months ago

हर व्यक्ति ऊर्जा के विभिन्न रूपों के बारे में जागरूक बने और विश्लेषण करें कि उनके द्वारा उपयोग की जाने वाली ऊर्जा से पर्यावरण को क्या-क्या नुकसान हो रहा है तथा प्रयत्न करें कि कैसे इसका सदुपयोग किया जा सकता है। इसलिए मध्य प्रदेश शासन द्वारा एक अभिनव पहल करते हुए ऊर्जा साक्षरता अभियान (UShA) शुरू किया गया है।