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आनंद कैलेण्डर : आइए अपनी खुशियों को अंकित करें
Start Date: 17-12-2018
End Date: 30-01-2019
मनुष्य का वास्तविक स्वभाव है- प्रेम, प्रसन्नता, सदभाव और शांति… ...
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DEVENDRA JAIN 6 years 10 months ago
मुझे यह लगता है कि आनंद मुख्य रूप से दो प्रकार की हैं एक वहारी क्षणिक आनंद और दूसरा आंतरिक आनंद,जब इच्छाएं बाहरी रूप से पूर्ण हो जाए तो बाहर ही आनंद आता है,वह क्षणिक होता है लेकिन जब कोई इच्छा ना हो आंतरिक आनंद की स्थिति बनती है,शासन ने आनंदम विभाग का नाम अध्यात्म विभाग रख दिया है,यह ठीक है विशेष रूप से दोनों में कोआर्डिनेशन होना जरूरी है,मुख्य रूप से जो शासकीय कर्मचारी या अन्य कर्मचारी और वह सभी लोग जो तनाव ग्रस्त हैं उनके लिए प्रतिदिन 15 से 20 मिनट आनंद के लिए किएटीवीटी के लिए समय होना चाहिए
ravi raj Thakur 6 years 10 months ago
सुझाव है कि स्कूल में मध्यान्ह भोजन को समाप्त किया जाना चाहिए, छात्रों की उपस्थिति महीने में 75% होने पर प्रत्येक छात्र के खाते में 33 रुपए दिन के हिसाब से 1000 रुपये प्रति माह खाते में जमा किए जाने चाहिए ताकि बह घर से या बाजार से नाश्ता या भोजन प्रतिदिन ला सके, इससे स्कूल में भी समय बरबाद नहीं होगा, सरकार का बजट भी बचेगा
Pushpraj sonkar 6 years 10 months ago
Statue of unity-proofs indian unity,unity of diversity,highest unity held our head high.it shows liberty,fraternity and equality.it is memory of indian iron man sardar Ballabh bhai Patel.
deepti thakur 6 years 10 months ago
Respected honourable Sir,
Anandam program is running very well in my village.I use to these anandam activity with my staff and students.It should be more expended in all district.
with regard
SANSKAR JAIN 6 years 10 months ago
yas
rinku rawat 6 years 10 months ago
rinku
tejendra singh 6 years 10 months ago
माननीय मुख्यमंत्री जी में अपना सुझाव दे रहा हु आप मेहरबानी करके गौर कीजिये जब से ऑनलाइन प्रक्रिया हुई हे तब से हर विभाग में भ्रष्टाचारी बेहद आम हो गई हे क्योकि जो भी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाती हे की उसमे फाइल कोआगे बढाने केलिए ऑनलाइन बाबु जो ऑनलाइन इनफार्मेशन कलेक्ट करता हेवो वहांसे अप्प्रूवेल करने के ऑनलाइन वालो से एक्स्ट्रा चार्जकरता हेऔर जो चार्ज नही करता हे उसकी फाइल लेट करदेते हे जिससेजो इमानदार ऑनलाइन वालारहता हेउसे भीचार्ज देकर फाइल आगे बढाने के लिए बाबु को पेसे देना पड़ते हे
kayamuddin sheikh 6 years 10 months ago
माननीय मुख्यमंत्री जी में अपना सुझाव दे रहा हु आप मेहरबानी करके गौर कीजिये जब से ऑनलाइन प्रक्रिया हुई हे तब से हर विभाग में भ्रष्टाचारी बेहद आम हो गई हे क्योकि जो भी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाती हे की उसमे फाइल कोआगे बढाने केलिए ऑनलाइन बाबु जो ऑनलाइन इनफार्मेशन कलेक्ट करता हेवो वहांसे अप्प्रूवेल करने के ऑनलाइन वालो से एक्स्ट्रा चार्जकरता हेऔर जो चार्ज नही करता हे उसकी फाइल लेट करदेते हे जिससेजो इमानदार ऑनलाइन वालारहता हेउसे भीचार्ज देकर फाइल आगे बढाने के लिए बाबु को पेसे देना पड़ते हे
Ashish Nayak_5 6 years 10 months ago
सुझाव है कि स्कूल में मध्यान्ह भोजन को समाप्त किया जाना चाहिए, छात्रों की उपस्थिति महीने में 75% होने पर प्रत्येक छात्र के खाते में 33 रुपए दिन के हिसाब से 1000 रुपये प्रति माह खाते में जमा किए जाने चाहिए ताकि बह घर से या बाजार से नाश्ता या भोजन प्रतिदिन ला सके, इससे स्कूल में भी समय बरबाद नहीं होगा, सरकार का बजट भी बचेगा
Ashish Nayak_5 6 years 10 months ago
सुझाव है कि सभी सरकारी कार्यालयों में सिर्फ शासकीय कर्मचारियों को ही नियुक्त किया जाना चाहिए. प्राइवेट ऑपरेटरों को नियुक्त नहीं किया जाना चाहिए. ये किसी कार्य के लिए उत्तरदायी नहीं है, भ्रष्टाचार भी कम होगा, शासकीय कर्मचारी को ही अपना कार्य करना चाहिए, शासकीय कर्मचारी को अतिरिक्त प्रभार नहीं दिया जाना चाहिए, कार्यालय में हर पद का कर्मचारी नियुक्त होना चाहिए, आंगनबाडी कार्यकर्ता एवं सभी भर्तियां ऑनलाइन एक्जाम से होनी चाहिए.