You don't have javascript enabled. Please Enabled javascript for better performance.

आइए बच्चों को 'पॉक्सो ई-बॉक्स' पर अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए प्रोत्साहित करें

Start Date: 27-06-2018
End Date: 21-08-2018

बच्चों को कोई गलत तरीके से छूता है, गन्दी बातें करता है और गन्दी ...

See details Hide details

बच्चों को कोई गलत तरीके से छूता है, गन्दी बातें करता है और गन्दी तस्वीरें दिखाता है, बावजूद इसके बच्चे अपने परिजनों से इस बात को कहने से डरते हैं, तो बच्चों से कहें कि घबराइये नहीं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग आपके साथ है। यह हमारा कर्तव्य बनता है कि हम आपकी मदद करें और दोषियों को पोक्सो (POCSO) एक्ट के तहत` सज़ा दिलाएं। इसके लिये राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के द्वारा POCSO e-box बनाया गया है। इस POCSO e-box से शोषण का शिकार होने वाले बच्चे बिना किसी को बताये स्वयं ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर दोषियों को सज़ा दिला सकते हैं।

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एन-सी-पी-सी-आर.) के गठन का उद्देश्य प्रदेश में बाल अधिकारों का संरक्षण सुनिश्चित करना है। एक ऐसी व्यवस्था स्थापित करना है जो बच्चों के हित में सभी कानूनी प्रावधानों, उनके संरक्षण और विकास के लिए चलाई जा रही समस्त योजनाओं की सटीकता, सम्पूर्णता और प्रभावशीलता की निगरानी कर सके ताकि प्रदेश में बच्चों के लिए सकारात्मक और खुशहाल वातावरण निर्मित हो सके।

जानिए पोक्सो एक्ट के बारे में


पोक्सो (POCSO) एक्ट का पूरा नाम “प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्राम सेक्सुअल ऑफेंसेस” ये विशेष कानून सरकार ने साल 2012 में बनाया था। इस कानून के जरिए नाबालिग बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराध और छेड़छाड़ के मामलों में कार्रवाई की जाती है। यह एक्ट बच्चों को यौन उत्पीड़न (sexual harassment) यौन हमला (sexual assault) और पोर्नोग्राफी (pornography) जैसे गंभीर अपराधों से सुरक्षा प्रदान करता है। हाल ही में इस एक्ट में बदलाव किया गया है, जिसके अनुसार अगर 12 साल तक की उम्र की बच्ची के साथ दुष्कर्म होता है तो दोषियों को मौत की सजा दी जाएगी।

महिला एवं बाल विकास विभाग, मध्यप्रदेश, राज्य के नागरिकों से अपील करता है कि बच्चों को POCSO e-box के बारे में जागरूक करें और बच्चों को शोषण का शिकार होने से बचाएं। इस संदर्भ में अपने महत्वपूर्ण सुझाव/विचार हमसे साझा करें।

All Comments
Reset
42 Record(s) Found

Pradeepraj Dhakad 7 years 3 months ago

महिलाओं कि सुरक्षा को ध्यान मे रखते हु मध्यप्रदेश जिला ग्वालियर जनपद पंचायत बरई ग्राम पंचायत बड़ा गांव

kapil patidar_2 7 years 3 months ago

महिलाओं कि सुरक्षा को ध्यान मे रखते हु मध्यप्रदेश जिला बडवानी जनपद पंचायत बडवानी ग्राम पंचायत बोरलाय मे मंदिर के आस पास विधुत पोल पर प्रकाश लाईट लगवाने कि कृपा करे 28जुलाई 2018से श्रावण माह प्ररंभ हो रहा है श्रावण माह मे महिलाएं व बालिकाओं का आना जाना रहता महिलाओं कि सुरक्षा को ध्यान मे रखते हु विधुत पोल पर प्रकाश लगवाने का निवेदन करते हैै

Buddhasen Patel 7 years 3 months ago

सत्ता परिवर्तन प्रकिति का नियम है @परन्तु पीएमओ बीजेपी इसे अपने सपोट में जनता को रख सकती है| M P की जनता को BJP की शिवराज सरकर अपने सपोट में रखे यैसा प्रयास करना होगा@ किसान Yang वेरोजगार तो बहुत ही नाराज है |श्रीमान नरेंन्द्र मोदीजी PM INDAI को अपना विज़न M P की जनता जनता के सामने अभी क्लियर करना चाहिये @ स्टूडेंट द्वारा संचिलित हिंदी स्लोगन्स की शोसल वेबसाइट www.hindislogans.com M.P मे BJP के नेतृत्व में सरकार बनाने क़े लिए कम्प्लीट प्रोजेक्ट बनाया हूँ @ मैं पूरे confidance क़े साथ म.प्र.

Bhagvat rajpoot 7 years 3 months ago

पाक्सो के बारे मे हर बच्चे को अवगत कराना चाहिए कि इससे बीमारियो से सावधानी रखनी चाहिए बाच्चो को पाक्सो एक्ट अनुसार आंनलाइन सुविधा उपलब्ध है। इसकी जानकारी देनी चाहिए

rustam 7 years 3 months ago

पॉक्सो (यौन अपराध से बच्चों का संरक्षण) ई-बॉक्स, बच्चों के खिलाफ होने वाले यौन अपराधों को दर्ज करने हेतु एक प्रत्यक्ष एवं आसान ऑनलाइन शिकायत प्रबंधन प्रणाली है।
पूर्व में बाल यौन शोषण के मामलों के निस्तारण में देरी होती थी, इसलिए यह ऑनलाइन सुविधा तैयार की गई जिससे बच्चों को तत्काल सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।’
शुभारंभ
26 अगस्त, 2016 को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी द्वारा बाल यौन शोषण की शिकायत दर्ज करने हेतु ‘पॉक्सो’

Devendra Baghel 7 years 3 months ago

मध्यप्रदेश सरकार का सहरानीय काम है इस बात को जन जन तक पहुँचना चाहिए जिससे लोगों को पता चल सके पोक्सो एक्ट के बारे में ।

Vinod Vaishnav 7 years 3 months ago

इस ज्ञानवर्धक जानकारी देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार का धन्यवाद। इस कानून के बारे में लोगो को जागरूक करने के लिए ऑनलाइन-प्रतियोगिता, रैली, वह लोक- जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए।