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‘अनुभूति कार्यक्रम’ लोगो डिज़ाइन प्रतियोगिता

Start Date: 19-09-2019
End Date: 22-10-2019

प्रकृति हमें जीवित रहने के लिए सबकुछ देती है। इस प्रकार, जब प्रकृति ...

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प्रकृति हमें जीवित रहने के लिए सबकुछ देती है। इस प्रकार, जब प्रकृति हमें सबकुछ देती है तो उसका संरक्षण भी हमारी ही जिम्मेदारी है। स्कूली बच्चों में प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी और अपनेपन की इसी भावना को विकसित करने के लिए, मध्यप्रदेश वन विभाग द्वारा ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड (MPEDB) के माध्यम से प्रशिक्षण व जागरुकता के लिए ‘अनुभूति कार्यक्रम’ का आयोजन किया जाता रहा है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वन,वन्यप्राणी व पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण की अनिवार्यता के बारे में युवा मन को समझाना है।

अनुभूति कार्यक्रम के रूप में, मध्य प्रदेश के सभी वन परिक्षेत्रों में MPEDB द्वारा 15 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया जाता है। इन शिविरों के माध्यम से छात्रों को प्रकृति व पर्यावरण का अनुभव प्रदान किया जाता है, ताकि छात्र इसके महत्व के बारे में जागरूक हो सकें। कार्यक्रम की गतिविधियों में पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता, बर्ड वॉचिंग, वन प्रबंधन, आदि शामिल हैं। अनुभवी और प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर द्वारा छात्रों को प्रकृति की सैर, ट्रेक, प्रकृति की पाठशाला एवं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से पर्यावरण की अनुभूति करायी जाती है। परिणामस्वरूप पिछले तीन वर्षों में 2 लाख से अधिक छात्र इस कार्यक्रम में भाग ले चुके हैं।

प्रकृति से संबंधित गतिविधियों के अलावा, छात्रों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए साहसिक गतिविधियाँ भी आयोजित की जाती है। 2018 के अनुभूति कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चे भी शामिल थे; जिन्हें स्पर्श, ध्वनि, ब्रेल आदि के माध्यम से प्रकृति की सुंदरता का अनुभव कराया गया था।
ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड (MPEDB) अनुभूति कार्यक्रम 2019-2020 के लिए पूरी तरह से तैयार है। इसी क्रम में, MPEDB अनुभूति कार्यक्रम के लिए एक लोगो-डिज़ाइन प्रतियोगिता आयोजित कर रहा है, जो इस कार्यक्रम को एक नई पहचान दे सके। प्रतिभागी अपनी प्रविष्टि को www.mp.mygov.in पर 21अक्टूबर, 2019 शाम 5 बजे तक ऑनलाइन अपलोड कर सकते हैं या फिर Terms and condition में दिये गये MPEDB के पते पर भेज सकते हैं।

चयनित प्रविष्टि को ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड (MPEDB) द्वारा 20,000/- रूपये की पुरस्कार राशि और प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया जाएगा।

प्रतियोगिता से सम्बंधित सभी नियम व शर्तें जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

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Amit Parihar 6 years 1 month ago

Amit Parihar, Jodhpur Rajasthan, powerzone10@gmail.com,9001796177
Thanks to MPBED for giving this opportunity to share my view .I try to my best as per my logo many persons try to save the trees together ,it is not done by single person when we all come together then only do something for healthy environment or our earth.if we save forest then automatically we save life of animals because they require shelters in forest.Most of the people think like mere sochne se kya Hoga change this thought

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Pankaj Soni 6 years 1 month ago

The newly designed logo of ‘Anubhuti’ very clearly dictates its mission to enlighten the young minds about the imperative need to protect the environment and grow into nature loving individuals. THERE IS A GLIMPSE OF CAMP LOOKING OUT INTO NATURE. The camp activities include Ecosystem Exposure, Environment Protection, Biodiversity, Bird watching, extraction of Forest Medicines, Forest Managements, and others are shown through window opening.

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Shraddha Pathak 6 years 1 month ago

जय हिंद!
आदरणीय,
मध्य प्रदेश की शान भरहुत स्तूप तथा सफेद शेर की हरियाली के साथ उपस्थिति अतुलनीय है। विश्व विख्यात सफेद शेर केवल मध्य प्रदेश के रीवा के मुकुंदपुर में सफेद शेर पाए जाते हैं।
हमे गर्व है हमारे देश पर,हमारे मध्य प्रदेश पर।

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