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मध्यप्रदेश जल निगम मर्यादित – लोगो प्रतियोगिता

Start Date: 19-01-2018
End Date: 16-03-2018

मध्यप्रदेश शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जल प्रदाय हेतु समूह ...

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मध्यप्रदेश शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जल प्रदाय हेतु समूह जल प्रदाय योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु 06 जून 2012 को मध्यप्रदेश जल निगम मर्यादित का गठन किया गया था। निगम का ध्येय वाक्य ‘नल जल सबके लिए है’। और अब तक की गतिविधियों में निगम ने इस सूत्र वाक्य को साबित भी किया है।निगम, पानी के सतही स्रोत आधारित सभी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में परिवार स्तर पर घरेलू नल कनेक्शन द्वारा, सुरक्षित एवं पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध करवाने के लिए निरंतर कार्यशील है।

जल निगम का लक्ष्य सतही स्त्रोत आधारित योजनाओं के माध्यम से, परिवार स्तर पर नल कनेक्शन द्वारा, सुरक्षित एवं पर्याप्त मात्र में पेयजल तथा उद्योग हेतु अशोधित जल की उपलब्धता एवं जलमल (सीवरेज) का सुरक्षित निष्पादन सुनिश्चित करना है।
मध्यप्रदेश जल निगम; कार्यों, गतिविधियों, लक्ष्यों के आधार पर अपनी एक विशिष्ट पहचान स्थापित करने के लिए एक आकर्षक लोगो चाहता है। जिसमें जल निगम का विज़न और दृष्टिकोण के साथ रचनात्मकता की झलक हो।

जल निगम, सभी नागरिकों से इस लोगो डिज़ाइन प्रतियोगिता के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित करता है। निगम द्वारा श्रेष्ठ चयनित प्रविष्टि के लिए 15,000 रुपये की पुरूस्कार राशि प्रदान की जाएगी.

प्रतियोगिता की शर्तें :

1. सभी प्रविष्टियाँ पूर्ण रूप से प्रतिभागियों का मूल कार्य होना चाहिए.
2. समस्त प्रविष्टियों को एक निर्णायक मंडल के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा और निर्णायक मंडल का निर्णय अंतिम एवं सर्व मान्य होगा.
3. सभी चयनित प्रविष्टियों पर जल निगम का अधिकार होगा.
4. डिज़ाइन भेजने का फॉर्मेट PDF, JPEG या PNG में भेजे जा सकते हैं.
5. किसी भी प्रतिभागी द्वारा लोगोडिज़ाइन पर किसी प्रकार का दावा नहीं किया जा सकेगा.
6. एक व्यक्ति या संस्था के माध्यम से एक ही प्रविष्टि स्वीकार की जाएगी.

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2400

Shruti Prakash Gupta 7 years 2 months ago

In present scenario, students are getting depressed and frustrated on account of increasing stress causing factors. Sir I wish to know why Stress Management should not be incorporated and made an integral part of school curriculum to get students equipped with stress handling mechanism.

511730

Antariksh Laxminarayan Joshi 7 years 2 months ago

"JAAL HAI TO JEEVEN HAI,PAANI BINA SAAB SUKHA HAI PAANI PYAS BUJHATA HAI,PAANI SE PRAKRATIK JEEVAN HAI PAANI SE PASHU,PAKSHI,PRANI,MANAV,JEEV,JANTUO KA JEEVAN HAI,PAANI BINA VRAKSH NAHI,PAANI BINA SAGAR NAHI,PHUSHP K KHILNE AUR BADHNE ME PAANI KI MAHATVAPURN BHUMIKA HAI,NADI KHUD APNA PAANI NAHI PEETI,VRAKSH KHUD PHAL NAHI KHATA..PRAKRATI K IN TATVO JAAL,VAAYU,AGNI,PRITHVI,AKASH EN KI SEVA AUR UPAYOGITA KO SAMJHE..Talaboo,jheelo,jharno,pahadiyon parvaton ko bachaye.."Jaal bachaye,Paani bachaye."

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