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छह माह तक केवल स्तनपान न कराना? - कारण व समाधान बताएं प्रतियोगिता

Start Date: 27-07-2018
End Date: 16-08-2018

छह माह तक केवल स्तनपान बच्चे के लिए अनमोल उपहार...

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छह माह तक केवल स्तनपान बच्चे के लिए अनमोल उपहार...

यह शिशु के लिए सम्पूर्ण आहार के साथ उसके सम्पूर्ण जीवन का आधार भी है। नवजात शिशु और बच्चे को पर्याप्त सुरक्षा, स्नेह और पोषण की आवश्यकता होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन बच्चों को छह महीने का होने तक केवल स्तनपान कराने और दो वर्ष या उससे अधिक समय तक पौष्टिक आहार देने की सलाह देता है।

6 माह तक केवल माँ का दूध ही बच्चे का सर्वोतम आहार है, जानिए क्यों?

• विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार शिशु को जन्म से छः माह तक माँ के दूध के अलावा कोई भी ऊपरी तरल या खाद्य पदार्थ, यहाँ तक की पानी भी नहीं दिया जाना चाहिए।

• स्तनपान शिशु के लिए एक संपूर्ण आहार है। माँ के दूध में सभी आवश्यक पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते जो कि आसानी से सुपाच्य होते हैं।

• यह हर मौसम में सही तापमान पर बच्चे के शरीर में पहुँचता है।

• हर शिशु की आवश्यकता के अनुसार माँ का दूध समय के साथ परिवर्तित हो जाता है।

• स्तनपान शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है एवं आवश्यक शारीरिक एवं मानसिक विकास में सहायक होता है।

• स्तनपान शिशु में दस्त एवं शिशु श्वसन तंत्र संक्रमण के खतरे को कम करता है। स्तनपान करने वाले शिशु स्तनपान न करने वाले शिशुओं की तुलना में कम बीमार पड़ते है।

• नवजात शिशु को स्तनपान के दौरान माँ से शारीरिक जुड़ाव से प्राप्त गर्मी से शिशु का आवश्यक शारीरिक तापमान बना रहता है इससे माँ व बच्चे में भावनात्मक संबंध मजबूत होते है।

• भविष्य में होने वाली बीमारियों का जोखिम घटाता है, जैसे- डायबिटीज, पेट की समस्याएं, कैंसर और ब्लडप्रेशर।

आंकड़े बताते हैं कि हमारे प्रदेश में प्रति वर्ष जन्म लेने वाले 14 लाख बच्चों में से केवल 8.2 लाख बच्चों को ही 6 माह तक केवल माँ का दूध पिलाया जाता है। लेकिन 5.8 लाख बच्चे ऐसे भी हैं जो इससे वंचित रह जाते हैं। क्या हमारे प्रदेश के 5.8 लाख बच्चे खतरे में नही हैं ? कहीं इनमें से एक आपका बच्चा तो नहीं है ?

स्तनपान के समर्थन और बालहित में इसका प्रचार-प्रसार करने हेतु प्रतिवर्ष अगस्त महीने के पहले सप्ताह में विश्व स्तनपान सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। इसी क्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग, मध्य प्रदेश इन दिनों “छह माह तक केवल स्तनपान क्यों नहीं कराया जाता? इसका क्या कारण है और इसके लिए क्या समाधान होना होना चाहिए ?” यह जानने के लिए mp.mygov.in पर एक प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस समस्या के कारण और समाधान बताएं और पुरस्कार जीतें।

शीर्ष 10 सुझावों को रूपये 1000/- का पुरस्कार दिया जाएगा।

समस्त प्रतिभागी दिए गए फॉर्मेट में अपनी प्रविष्टियां दर्ज करें :
स्तनपान न कराने के कारण ... समाधान...
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नियम व शर्तें :
1. प्रतिभागी को अपना नाम, जिले का नाम, पता, ई-मेल एड्रेस और फ़ोन नंबर अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करना होगा।
2. कोई भी व्यक्ति या संस्था प्रतिभागी हो सकता है।
3. प्रतिभागियों के लिए आयु सीमा नहीं है।
4. प्रत्येक प्रतिभागी एक से अधिक प्रविष्टियां नहीं भेज सकता है।
5. प्रविष्टियां केवल वर्ड / पी.डी.एफ. फॉरमेट में प्रस्तुत करनी होगी।
6. प्रतियोगिता का लेखन मौलिक होना चाहिए।
7. अन्तिम तिथि के पश्चात् प्राप्त होने वाली प्रविष्टियों पर विचार नहीं किया जाएगा।
8. प्रतियोगिता में 1000/- के 10 प्रोत्साहन पुरस्कार दिए जाएंगे।
9. इस प्रतियोगिता के तहत प्राप्त होने वाली सभी प्रविष्टियों पर संचालनालय महिला एवं बाल विकास का सर्वाधिकार होगा।
10. विषय से संबंधित अधिक जानकारी www.bpni.org, waba.org.my से प्राप्त करें।
11. प्रविष्टियां जमा करने हेतु अंतिम तिथि : 07/08/2018
12. प्रविष्टियां वेब साईट mp.mygov.in पर लॉग इन करके ऑनलाइन जमा की जा सकती हैं।
13. संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग, मध्यप्रदेश की चयन समिति का निर्णय अंतिम और सभी प्रतियोगियों पर बाध्यकारी होगा।
14. प्रतियोगिता से संबंधित कोई भी विवाद की स्थिति में कोई भी कानूनी कार्यवाही भोपाल के स्थानीय क्षेत्राधिकार के अधीन होगी।
15. प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागी यह सुनिश्चित करें कि:
a) उन्होंने प्रवेश की सभी शर्तों का अनुपालन किया है।
b) उनकी प्रविष्टियां मूल हैं।
c) उनकी प्रविष्टियां किसी भी तीसरे पक्ष की बौद्धिक सम्पदा अधिकारों का उल्लंघन नहीं करती है।

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Sanjay Pandey 7 years 1 month ago

कारण-स्तनपान न कराने का कारण महिलाओं में जागरुकता का अभाव गाँव की महिलाएं तो पिलाती है पर शहरी क्षेत्रों में मालूम होते हुए भी भागदौड होने के वजह से नहीं पिला पाती है। पोषक तत्वों के अभाव में और कुछ को शारिरिक रोग होने के वजह से दूध पिलाने में असमर्थ है।
समाधान-सरकार को चाहिए कि सबसे पहले किसानों के सारे खेत में एक एक नीम के पेड लगाए और अपने वन अधिकारियो को देख भाल के लिए सौंपे। जिससे बरसात होगी पेडो से, जमीन में पानी, शुद्ध, खेत शुद्ध, गोबर खाद जैविक का उपयोग कर दूध शुध्द करें।

shrivati singh 7 years 1 month ago

Yes bachhe ko doodh na pilane se anek prakar ke rog ho jaate hai aur baccha kuposhit aur biklang ho jaate hai kyoki maa ke doodh me sabhi prakaar ke protin shamil hota hai jise bacche ko suraksha pradaan karati hai yeh sirf 0-6 maah tak ke baccho ko sirf maa ka hi doodh pilana chaahiye

SHAILESH SHARMA 7 years 1 month ago

कारण-
1.जागरूकता।
2.आर्थिक मज़बूरी।
3.अशिक्षा।(गाव और शहर)
4तापमान का प्रभाव।
5अशिक्षा से ही गरीबी।
समाधान-
1.जागरूकता पैदा करना इसके लिए गावो में कैंप लगाने चाइये।
2.अशिक्षा नहीं रहना चाइये जो शिक्षित रहेगे वो इन पॉइंट्स का ध्यान रखते है।इसके लिए सभी को शिक्षित करना होगा।
3.गाव और शहर में बड़े शिक्षित लोगो को गावो में चौपाल लगाकर बिना हिचके इन सभी बातों को महिलाओं के सामने शेयर करना चाइये जिससे अशिक्षा और जागरूकता,अवेर्नेस वाली समस्या समाप्त हो जायेगी।
शैलेश शर्मा
मो न 9516834526

shiv kumar yadav 7 years 1 month ago

Serious disease maa ko ho us dauran ex,blood cancer t.b.etc,then 6month tak aur aadhik samay lag sakta hai.then ham child ko cow (gaay) ka milk de sakte that's paushtic yukt hota hai

Pankaj Rahangdale 7 years 1 month ago

नाम-पंकज राहंगडाले
जिले का नाम-बालाघाट
पता-वार्ड नं30 सरस्वती नगर(बीएसएनएल ऑफिस के पीछे)बालाघाट 481001
ईमे
फोन नं-9074587453

himmat patel 7 years 1 month ago

उत्तम शिशु स्वास्थ्य की मुख्य बुनियाद बेहतर शिशु आहार होता है !विशेषकर तब जब शिशु जन्म लेता है तब से लेकर 06 माह तक की अवधि के दौरान केवल और केवल स्तनपान कराना ही इस बुनियाद की पहली कसौटी है !
प्रायः यह देखने में आता है कि जिस समय शिशु को आहार के रूप में केवल स्तनपान ही कराना चाहिए होता है उसी समय कुछ परिस्थिति जन्य एवं मानवीय कारणों से शिशु को स्तनपान से वंचित रखा जाता है जो निम्नानुसार है-
1- जनजागरूकता का अभाव 2- सिजेरियन डिलेवरी 3- महिलावों की अस्वस्थता आदि ! इन सब में सुधार आवश्यक है