You don't have javascript enabled. Please Enabled javascript for better performance.

कार्यालय कलेक्टर (शिक्षा) जिला – मंडला

Start Date: 11-01-2022
End Date: 31-01-2022

आत्‍मनिर्भर मध्‍यप्रदेश रोडमैप - 2023 अंतर्गत संभाग/जिला/विभाग में ...

See details Hide details
समाप्त हो चुके

आत्‍मनिर्भर मध्‍यप्रदेश रोडमैप - 2023 अंतर्गत संभाग/जिला/विभाग में संचालित बेस्‍ट प्रेक्टिसेस, केस स्‍टडीज एवं नवाचार

1. नवाचार / पहल / अभिनव कार्य प्रणाली की पृष्‍ठभूमि –
कोविड-19 के दौरान विद्यालय संचालित नहीं रहे। विद्यार्थियों के अध्‍ययन में व्‍यवधान उत्‍पन्‍न न हो इस उद्देश्‍य से उन्‍हें शिक्षा की मुख्‍य धारा से जोड़ना अति आवश्‍यक था। अत: शिक्षा विभाग द्वारा जिला स्‍तर पर अनेक नवाचार किए गए, जिनके अंतर्गत अनेक कार्यप्रणालियों का प्रयोग किया गया । प्रत्‍येक विद्या‍र्थी इन नवाचारों से लाभ प्राप्‍त कर सके इसके लिए ज़मीनी स्‍तर पर इन नावाचारों के अंतर्गत गतिविधियों को लागू किया गया ।

2. परिवर्तन की प्रक्रिया प्रारंभ होने से प‍हले की स्थिति –
कोविड-19 संक्रमण के फलस्‍वरूप लॉकडाउन के कारण विद्यालय संचालित नहीं रहे। मण्‍डला जिला एक आदिवासी बाहुल्‍य जिला है जहाँ एक ओर अनेक विद्यार्थियों के पास अध्‍ययन के लिए आवश्‍यक डिजि़टल संसाधन तो उपलब्‍ध हैं वहीं कुछ विद्यार्थी ऐसे भी हैं जो इन संसाधनों से वंचित हैं। विद्यालय संचालित न होने के कारण ऐसी स्थिति में विद्यार्थी शिक्षा से वंचना की ओर अग्रसर हो रहे थे। पाठ्यक्रम संबं‍धी विषयवस्‍तु के साथ ही उन्‍हें जीवन कौशल विकसित करने के लिए आवश्‍यक मार्गदर्शन एवं शिक्षा भी प्राप्‍त नहीं हो पा रही थी।

3. नवाचार / पहल / अभिनव कार्य प्रणाणी की परिकल्‍पना एवं शुरूआत –
उपरोक्‍त समस्‍याओं के निदान तथा शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थीयों के सर्वांगीण विकास हेतु जिले में एक ऐसे नवाचार की आवश्‍यकता का अनुभव हुआ जिससे जिले के विद्यार्थियों को स‍मुचित शिक्षा एवं मार्गदर्शन प्राप्‍त हो सके। अतः इस कार्यालय के द्वारा अनेक गतिविधियों का आयोजन किया गया । इन सभी गतिविधियों और नवाचारों को समग्र रूप से “प्रोजेक्ट नई उड़ान” के अंतर्गत रखा गया । प्रारम्भिक स्तर पर निम्नानुसार गतिविधियों का संचालन किया गया -
1) मई 2020 के प्रारंभ में समस्‍त विद्यालयों के प्राचार्यो एवं शिक्षकों के साथ ऑनलाईन संवाद स्‍थापित किया गया। उन्‍हें छात्रों एवं पालकों से निरंतर ऑनलाईन संपर्क करने के साथ ही छात्रों की पाठ्यक्रम तथा बौध्दिक - मानसिक समस्‍याओं/ जिज्ञासाओं का समाधान करने के निर्देश दिए गए।
2) शिक्षण सत्र के दौरान समस्‍त शिक्षकों को विषय शिक्षण एवं आईसीटी कौशल संबंधित प्रशिक्षण जिले के विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रदान किए गए। इन प्रशिक्षणों के अंतर्गत ऑनलाईन शिक्षण में प्रयुक्‍त होने वाले विभिन्‍न टूल्‍स/सॉफ्टवेयर्स /टर्मिनोलॉजी के विषय में सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
3) पैडागॉजिकल अवधारणों का प्रयोग कोविड-19 आपदा के दौरान किस तरह से शिक्षण कार्य में किया जावे, इस संबंध में जिले के विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा सभी शिक्षकों को ऑनलाईन प्रशिक्षण प्रदान किए गए।

4. नवाचार/पहल/अभिनव कार्य प्रणाणी की मुख्‍य विशेषताएं-
1) नवाचार के अंतर्गत सभी विद्यार्थियो पर ध्‍यान दिया गया चाहे उनके पास अध्‍ययन के लिए आवश्‍यक डिजिटल संसाधन उपलब्‍ध हों अथवा न हों। इस प्रकार विभाग द्वारा किए गए नवाचार समावेशित शिक्षा की अवधारणा को सफल करते हैं।
2) इस नवाचार के अंतर्गत पाठ्यक्रम संबंधित जिज्ञासाओं के निदान पर तो ध्‍यान दिया ही गया साथ ही विद्या‍र्थी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार हो सकें इसके लिए भी प्रयास किए गए।
3) कोविड-19 के दौरान विद्यार्थियों के तनाव प्रबंधन एवं समुचित जीवन शैली हेतु जीवन कौशल ‘उमंग‘ कार्यक्रम से संबंधित गतिविधियां कराई गई।
4) डिजिटल संसाधनो से वंचित विद्यार्थियों की अध्‍ययन एवं मार्गदर्शन हेतु समुदाय से समन्‍वय इस नवाचार के अंतर्गत स्‍थापित किया गया।

5. अपनायी गई कार्य पद्धति –
शैक्षणिक गुणवत्‍ता के इस उद्देश्‍य को ध्‍यान में रखते हुए जिले में नवाचार के तहत ‘’प्रोजेक्‍ट नई उड़ान’’ का प्रारंभ किया गया। अध्ययन के लिए ई – कंटेन्ट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन की ऑफ़िशियल वेबसाइट पर ई – विद्यालय का मेनू उपलब्ध कराया गया । इसके अंतर्गत निम्‍नाकिंत गतिविधियॉं संचालित की गई। समेकित शिक्षा की अवधारणा को सफलतम बनाने तथा शिक्षा व्‍यवस्‍था के सुचारू रूप से संचालन के लिए ऑनलाईन तथा मैनुअल दोनों ही रूपों में कार्यपद्धति अपनाई गई। विस्‍तृत विवरण निम्‍नानुसार है -

(क) ऑन लाईन कार्य पद्धति –
1. विद्यार्थियों के सामान्य ज्ञान में वृद्धि एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की दृष्टि से साप्ताहिक ऑनलाइन क्विज़ का आयोजन –

जिले के शासकीय विद्यालयों में कक्षा 9वीं से 12वीं में अध्ययन करने वाले विद्यार्थी पाठ्यक्रम की विषयवस्तु के अध्ययन के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार हो सकें; इसके लिए जिले में एक नवाचार के अंतर्गत साप्ताहिक ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी का संचालन किया गया। दिनांक 26 जुलाई 2020 को शासकीय हाईस्कूल मांद में पदस्थ माध्यमिक शिक्षक श्री शक्ति पटेल द्वारा हिन्‍दी विषय से संबंधित एक ऑनलाईन प्रश्‍नोत्‍तरी का निर्माण किया गया। इस कार्यालय के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में इस प्रश्‍नोत्‍तरी को जिले के विद्यार्थियों से हल कराया गया। प्रश्‍नोत्‍तरी में भाग लेने वाले विद्यार्थियों की संख्‍या में निरन्‍तर वृद्धि होती गई। विद्यार्थियों की सुविधा की दृष्टि से ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी का संचालन गूगल फॉर्म के माध्यम से किया गया। प्रश्नोत्तरी में भाषा, गणित, पर्यावरण, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, इतिहास, पुरातत्व, तर्कशक्ति आदि से संबन्धित प्रश्न किए गए।

2. विद्यार्थियों को जीवन कौशल शिक्षा शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से जीवन कौशल संबंधी ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी का आयोजन –

अपने जीवन को सरल एवं सहज बनाना अर्थात जीवन में आने वाली कठिनाईयों का सामना करते हुए उसे सकारात्म्क स्वरूप प्रदान करना ही जीवन कौशल है।जीवन की अनेक अवस्थाएँ होती हैं। इन सभी अवस्थाओं में किशोरावस्था को अत्यधिक महत्वपूर्ण अवस्था माना जाता है। कक्षा नवमीं से बारहवीं में अध्ययन करने वाले विद्यार्थी किशोरावस्था में ही होते हैं। यदि इस उम्र में उन्हें सही मार्गदर्शन और सही दिशा प्रदान की जाए, तो वे अपने जीवन को सकारात्मक और खुशहाल बना सकते हैं तथा अच्छे नागरिक के रूप में उभरकर सामने आ सकते हैं। इस कार्य में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
शिक्षक सत्र 2020-21 में कोविड - 19 संक्रमण के कारण अधिकतर समय विद्यालय संचालित नहीं रहे। ऐसी स्थिति में जीवन कौशल शिक्षा का संचालन और विद्यार्थियों का मार्गदर्शन शिक्षकों के लिए और अधिक चुनौतीपूर्ण कार्य था। प्रदेश के विद्यालयों में विविध उपाय करके जीवन कौशल शिक्षा के अंतर्गत आयामों को विद्यार्थियों को सिखाने का प्रयास किया गया साथ ही उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। जिले में एक नवाचार के अंतर्गत ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी के माध्यम से विद्यार्थियों को जीवन कौशल के दस आयामों को सिखाने का प्रयास किया गया।
जीवन की कुशलताओं का आँकलन यदि प्रश्नोत्तरी के माध्यम से छात्रों को कराया जाए और उन्हें मार्गदर्शी गतिविधियों से अवगत कराया जाए तो विद्यार्थी का समग्र विकास संभव है। इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए इस नवाचार को जिले में लागू किया गया । कार्यप्रणाली के अंतर्गत छात्रों से प्रति सप्ताह शनिवार को कुछ बहुविकल्पीय प्रश्न हल कराए, जिनके सही उत्तर उन्हें सबमिट करने होते थे। सबमिट करने के बाद सिस्टम द्वारा स्क्रीन पर सही - गलत उत्तर प्रदर्शित होते थे। यदि विद्यार्थी द्वारा उसी उत्तर को मार्क किया जाता था, जो जीवन में उचित है तो सिस्टम द्वारा 'सही' प्रदर्शित किया जाता था और यदि वह ऐसे उत्तर का चयन करता था जो कि अनुचित या गलत है, तो सिस्टम द्वारा 'गलत' प्रदर्शित कर सही एवं मार्गदर्शी उत्तर का प्रदर्शन किया जाता था। इस तरह से यह ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी मार्गदर्शी के रूप में विद्यार्थियों के जीवन निर्माण में सहयोगी हुई। ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी में स्वजागरूकता, समानुभूति, संवाद कौशल, समालोचनात्मक चिंतन, रचनात्मक चिंतन, समस्या समाधान, निर्णय लेना, तनाव का सामना, भावनाओं का प्रबंधन, सदाचार आदि गुणों के विकास से संबन्धित प्रश्न शामिल किए गए। ज्ञानार्जन की प्रवृत्ति, कुशाग्रता, चातुर्य, मधुरभाषीपन, सहयोगपूर्ण भावना, अन्वेषणात्मक दृष्टिकोण, स्वस्थ दिनचर्या, संतुलन, संवेदना, आत्मबोध, संवेग संयोजन, न्यायिक पारदर्शिता, समय प्रबंधन, सात्विक चिंतन आदि का विकास इस प्रश्नोत्तरी के माध्यम से हुआ।
ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी क्रमांक दिनांक प्रश्नोत्तरी में भाग लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या
1 30/08/2020 10852
2 5/9/2020 11270
3 12/9/2020 10114
4 19/09/2020 12930
5 26/09/2020 13027
6 3/10/2020 13154
7 10/10/2020 14382
8 17/10/2020 14069
9 24/10/2020 15658
10 31/10/2020 14263
11 7/11/2020 14027
12 21/11/2020 9563
13 28/11/2020 14623
14 5/12/2020 13526

3. चयनित आदिवासी विद्यार्थियों को JEE एवं NEET की निःशुल्क ऑनलाइन कोचिंग –
मंडला एक आदिवासी बाहुल्य जिला है। इस जिले में आदिवासी समुदाय के अनेक छात्र यद्यपि प्रतिभाशाली हैं और वे इंजीनियर और डॉक्टर बनने की क्षमता रखते हैं परंतु आवश्यक मार्गदर्शन और पाठयसामग्री की कमी के कारण वे ऐसा करने में अक्षम रह जाते हैं। अतः ऐसे छात्रों की पहचान करके उन्हें समुचित मार्गदर्शन प्रदान करने की आवश्यकता का अनुभव करते हुए JEE एवं NEET की तैयारी कराने के उद्देश्य से ऑनलाइन निःशुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराई गई। निःशुल्क कोचिंग के लिए विद्यार्थियों का चयन ऑनलाइन प्री टेस्ट के माध्यम से किया गया । प्री टेस्ट के उपरांत कक्षा 11वीं और 12वीं से JEE और NEET के लिए क्रमशः 45 - 45 छात्रों का चयन किया गया तथा उन्हें जिले के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के द्वारा निःशुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराई गई।
Principal’s Meeting for Start JEE & NEET Class

4. ऑनलाइन शिक्षक प्रशिक्षण –
कोविड -19 के कारण उत्पन्न हुई विपरीत परिस्थियों के कारण मैनुअल रूप से शिक्षक प्रशिक्षणों का आयोजन संभव नहीं था । अतः जिले के विद्यालयों में अध्यापन करने वाले शिक्षकों को प्रतिमाह ऑनलाइन शैक्षणिक प्रशिक्षण प्रदान किए गए जिनसे उनकी अध्यापन कला का उन्नयन हो सके । इन प्रशिक्षणों में शिक्षकों को पाठ्यक्रम की विषय वस्‍तु के अलावा प्रबंधकीय कौशल से भी अवगत कराया गया।

5. ICT कौशल संबंधी प्रशिक्षण –
कोविड -19 के कारण अध्ययन – अध्यापन की प्रक्रिया बाधित न हो , इस उद्देश्य से जिले के हाईस्कूल और हायर सेकंडरी विद्यालयों में अध्यापन कराने वाले शिक्षकों को ICT से संबन्धित कौशल प्रदान करने के उद्देश्य से अनेक प्रशिक्षण प्रदान किए गए। ऑनलाइन क्विज़ प्रणाली संबंधी प्रशिक्षण, गूगल मीट, एमएस टीम्स और सिस्को बेवेक्स के माध्यम से ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन संबंधी प्रशिक्षण, शैक्षणिक वीडियो निर्माण और उन्हें यूट्यूब पर अपलोड करने संबंधी प्रशिक्षण शिक्षकों को प्रदान किए गए।

(ख) मैनुअल कार्य पद्धति -
1. चलित प्रयोगशाला (मोबाइल लैब) का संचालन –
कोविड – 19 संक्रमण के दौरान विद्यार्थियों की वैज्ञानिक अभिरुचि में कमी न आए साथ ही वे पाठ्यक्रम के अंतर्गत शामिल प्रायोगिक कार्यों का सम्पादन कर सकें , इस उद्देश्य से जिले की 454 ग्राम पंचायतों में चलित प्रयोगशाला का संचालन किया गया । इस कार्यक्रम में जिले की ग्राम पंचायतों और उनकी बसाहटों में निवास करने वाले विद्यार्थी प्रयोगिक कार्यों से परिचित हुए। कार्यक्रम में संबन्धित विद्यालय के प्राचार्य एवं विज्ञान शिक्षक उपस्थित रहे। विज्ञान शिक्षकों को प्रायोगिक कार्यों के प्रदर्शन का दायित्व सौंपा गया था। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दी तथा उन्होंने कार्यक्रम की सराहना की।

2. जिले के विद्यालयों के पुस्तकालयों एवं प्रयोगशालाओं का आधुनिक रूप से उन्नयन –
पुस्तकालय एवं प्रयोगशाला शिक्षाप्रणाली के अनिवार्य घटक हैं। इनके प्रयोग से अधिगम स्तर में निरंतर सुधार होता है । यदि पुस्तकालय एवं प्रयोगशाला निष्क्रिय रहें तो विद्यार्थियों का अधिगम स्तर अवरुद्ध हो जाता है। अवरोध को रोकने तथा अधिगम को सक्रिय करने के उद्देश्य से जिले के चिन्हित शालाओं के पुस्तकालयों और प्रयोगशालाओं का आधुनिक रूप से मॉडल पुस्तकालयों और प्रयोगशालाओं के रूप में उन्नयन किया गया है। प्रयोगशालाओं को आधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों से सुसज्जित किया गया है तथा पुस्तकालयों में बहुपयोगी पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है । इन चिन्हित विद्यालयों का एक्सपोजर विजिट अन्य विद्यालयों के प्राचार्यों और प्रभारी शिक्षकों द्वारा कराया गया तथा इनके अनुसार सभी विद्यालयों के पुस्तकालयों और प्रयोगशालाओं के उन्नयन की प्रक्रिया निरंतर है। जिले के पुस्तकालय और प्रयोगशालाएँ पहले की तुलना में अब अधिक रुचिकर और आनंददायक हैं ।

3. जिले के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा मॉड्यूल्स तैयार करवाकर उनका विद्यार्थियों को वितरण –
रिविज़न टेस्ट , अर्धवार्षिक एवं वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी एवं परीक्षा परिणाम में उन्नयन के उद्देश्य से जिले के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विषयवार मॉड्यूल्स तैयार करवाकर प्राचार्यों के माध्यम से छात्रों को उपलब्ध कराया गया है । जिले के शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इन मॉड्यूल्स में शामिल प्रश्नों का अभ्यास विद्यार्थियों को कराएं।

4. विकासखंड स्तर पर डाउट क्लेयरिंग सेशन का आयोजन –
कोविड -19 के कारण उत्पन्न हुई विपरीत परिस्थियों से विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम से संबन्धित कठिन आवधारणाओं को समझने में परेशानी का सामना न करे, इसीलिए विकासखंड पर स्थित उत्कृष्ट एवं मॉडल विद्यालयों में में विद्यार्थियों की शंकाओं के समाधान के लिए कक्षाओं का संचालन किया गया । इसके अंतर्गत जिले के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों का विजिट इन विद्यालयों में कराया गया तथा पाठ्यक्रम संबंधी समस्याओं का समाधान कराया गया ।

6. प्रत्‍याशित एवं प्राप्‍त लक्ष्‍य -

क्र. नवाचार के बिन्‍दु कार्य पद्धति का स्‍वरूप
प्रत्‍याशित लक्ष्‍य संख्‍या प्रत्‍याशित लक्ष्‍य का प्रतिशत प्राप्‍त लक्ष्‍य संख्‍या प्राप्‍त लक्ष्‍य का प्रतिशत
01 विद्यार्थियों के सामान्य ज्ञान में वृद्धि एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की दृष्टि से साप्ताहिक ऑनलाइन क्विज़ का आयोजन ऑनलाईन 53306 100% 38000
(लगभग) 71.28%
(लगभग)
02 विद्यार्थियों को जीवन कौशल शिक्षा शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से जीवन कौशल संबंधी ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी का आयोजन ऑनलाईन 24561 100% 16000
(लगभग) 65.14%
(लगभग)
03 चयनित आदिवासी विद्यार्थियों को JEE एवं NEET की निःशुल्क ऑनलाइन कोचिंग ऑनलाईन 180 100% 134 74.44%
04 ऑनलाइन शिक्षक प्रशिक्षण ऑनलाईन 1020 100% 922 90.39%
05 ICT कौशल संबंधी प्रशिक्षण ऑनलाईन 1020 100% 748 73.34%
06 चलित प्रयोगशाला (मोबाइल लैब) का संचालन मैनुअल 53306 100% 32277 60.55%
07 जिले के विद्यालयों के पुस्तकालयों एवं प्रयोगशालाओं का आधुनिक रूप से उन्नयन मैनुअल 48 100% 48 100%
08 जिले के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा मॉड्यूल्स तैयार करवाकर उनका विद्यार्थियों को प्रदाय मैनुअल 53306 100% 51270 96.18%
09 विकासखंड स्तर पर डाउट क्लेयरिंग सेशन का आयोजन मैनुअल 9000 लगभग 100% 5189 57.65%

7. मुख्‍य व्‍यक्तियों का संपर्क विवरण (नाम, पदनाम, विभाग, ई-मेल एवं मोबाईल नम्‍बर) –
क्र. नाम पदनाम विभाग ई-मेल मोबाईल
01 श्रीमती हर्षिका सिंह कलेक्‍टर, जिला मण्‍डला मध्य प्रदेश शासन dmmandla@nic.in 7587870600
02 श्रीमती निर्मला पटले जिला शिक्षा अधिकारी / डीपीसी - समग्र शिक्षा अभियान (सेकंडरी एजुकेशन) स्‍कूल शिक्षा विभाग, म.प्र., जिला मंडला deomal-mp@nic.in 9425174958
03 श्री मुकेश कुमार पाण्‍डेय एपीसी - समग्र शिक्षा अभियान(सेकेण्‍डरी एजुकेशन) स्‍कूल शिक्षा विभाग, म.प्र., जिला मंडला mkp1673@gmail.com
9893688493
04 श्री शक्ति पटेल माध्‍यमिक शिक्षक जनजातीय कार्य विभाग म.प्र., जिला मंडला shakti8809@gmail.com
9424783306

All Comments
Total Submissions ( 9) Approved Submissions (0) Submissions Under Review (9) Submission Closed.